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Guinness World Records: भारत के एंटनी विक्टर के ‘कान के बाल’ ने बनाए वर्ल्ड रिकॉर्ड, पहले भी भारत के पास ही था रिकॉर्ड

Guinness World Records: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर एंटनी विक्टर नाम के भारत के एक सेवानिवृत्त शिक्षक का एक पोस्ट अपलोड किया. जिसका कान का फंदा लगभग 7 इंच मापा गया है.

Guinness World Records:

एंटनी विक्टर

Guinness World Records: अमिताभ बच्चन की एक फिल्म आई थी, जिसमे एक कैरेक्टर ने कहा था मूछें हों, तो नत्थू लाल जैसे हों, वरना ना हो. उनकी शानदार मूंछे थीं. लेकिन फिल्म और रियल लाइफ में अंतर होता है. साफ और स्वच्छ दिखने के लिए लोग अक्सर कानों से निकलने वाले बालों को शेव या फिर ट्रिम कर लेते हैं,  इतना ही नहीं, कुछ लोग तो उन्हें वैक्स भी करवाते हैं. लेकिन भारत में एक ऐसा आदमी है, जिसने दुनिया का ‘लंबे कान का बाल’ होने का रिकॉर्ड बनाया है और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Records) में जगह  बनाई है.

आज गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Records) ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर एंटनी विक्टर नाम के भारत के एक सेवानिवृत्त शिक्षक का एक पोस्ट अपलोड किया. जिसके कान का फंदा लगभग 7 इंच मापा गया है. मजे की बात ये है कि एंटनी ने 2007 में ये मान्यता हासिल की थी और आज भी ये रिकॉर्ड कायम है. इंस्टा पोस्ट के मुताबिक, एंटनी विक्टर एक सेवानिवृत्त स्कूल प्रधानाध्यापक हैं, जिनके बाहरी कान के केंद्र से बाल उग रहे हैं. अपने सबसे लंबे बिंदु पर बाल 18.1 सेंटीमीटर या 7.12 इंच मापे गए. स्टाफ और उनके छात्र उन्हें ‘कान के बालों वाला शिक्षक’ कहते हैं. ऐसी प्रतिष्ठित मान्यता प्राप्त करने के बाद, ये उनके लिए गर्व का स्रोत बन गया है.

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पहले भी बन चुके हैं रिकॉर्ड

हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब किसी को इस विशेष श्रेणी में पहचान मिली है. 2003 में राधाकांत बाजपेई नाम के एक भारतीय को उनके सबसे लंबे कान के बालों के लिए ताज पहनाया गया था, जिसकी लंबाई 13.2 सेमी थी. वे उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और उन्होंने लंबे गुच्छे के लिए अपनी पत्नी की नाराजगी को स्वीकार किया लेकिन प्रतिष्ठित मान्यता प्राप्त करने के बाद, ये उनके लिए गर्व का स्रोत बन गया. राधाकांत स्वीकार करते हैं कि उनकी पत्नी ने कभी इच्छा की थी कि वो अपने कान के बाल काट लें – लेकिन उन्होंने जब इसका उल्लेख किया तो तैयार हो गई, क्योंकि यह गर्व का स्रोत बन गया.

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