इंस्पेक्टर मधुकर झेंडे और चार्ल्स शोभराज (फोटो- IANS)
Charles Sobhraj: गोवा में 6 अप्रैल, 1986 को ‘सीरियल किलर’ चार्ल्स शोभराज को गिरफ्तार करने वाले मुंबई पुलिस के सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर मधुकर झेंडे को तीन प्रमुख सुराग मिले थे, जिससे पता चलता है कि वह तटीय राज्य में छिपा हुआ था. ‘द सर्पेट’ मार्च 1986 में दिल्ली की तिहाड़ जेल से जेल परिसर में एक ‘पार्टी’ के दौरान गार्डो को नशीला पदार्थ युक्त खाना खिलाकर वह फरार हो गया था. इसके बाद उसने गोवा को अपने ठिकाने के तौर पर चुना. हालांकि, गोवा में पोरवोरिम में एक हाईवे रेस्तरां, ओ’कोक्वेरो रेस्तरां की टेलीफोन सेवा के लिए उनके प्यार के कारण तटीय राज्य से उसकी गिरफ्तारी हुई.
मुंबई के तत्कालीन पुलिस इंस्पेक्टर मधुकर झेंडे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह सबसे बड़ी गिरफ्तारी थी, क्योंकि शोभराज (Charles Sobhraj) कई आपराधिक मामलों में वांछित था.
शोभराज को गिरफ्तार करने के लिए मुझे किया गया था प्रतिनियुक्त – मधुकर
झेंडे ने याद करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे पुलिस ने एक व्यक्ति को रिवॉल्वर और बम के साथ गिरफ्तार किया था. उससे पूछताछ में पता चला कि वह शोभराज से जुड़ा हुआ था. उस समय एक अखबार ने खबर छापी थी कि मुंबई के इंस्पेक्टर झेंडे शोभराज (Charles Sobhraj) को जानते थे, क्योंकि वह पहले 1971 में उसे गिरफ्तार कर लिया. इसे पढ़कर, तत्कालीन डीजीपी सूर्यकांत जोग ने मुझे बुलाया और शोभराज को गिरफ्तार करने के लिए प्रतिनियुक्त किया. उन्होंने कहा कि चार्ल्स शोभराज की पत्नी अमेरिका में थी और उससे संपर्क करके डुप्लीकेट पासपोर्ट की मदद से उसे गोवा भागना था।
गोवा में घूम रहा था शोभराज- तत्कालीन पुलिस इंस्पेक्टर
उन्होंने कहा कि हमारे पास यह जानकारी थी. इसलिए मुझे इस ऑपरेशन के लिए प्रतिनियुक्त किया गया था. रेलवे में गिरफ्तार किए गए एक व्यक्ति से हमें पहला सुराग मिला. फिर गोवा पहुंचने के बाद हमने उस मोटरसाइकिल का पता लगाने के लिए अपनी किस्मत आजमाई, जिसका वह इस्तेमाल कर रहा था.
मधुकर झेंडे ने कहा कि हमारे पास उसकी मोटरसाइकिल का नंबर भी गोवा में पंजीकृत था. इसलिए हम जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे थे. जहां भी ‘मोटरसाइकिल टैक्सी’ स्टैंड थे, मैं रुक गया और एक दिन एक मपानकर (गोवा का एक स्थानीय व्यक्ति) ने इस मोटरसाइकिल के बारे में उत्सुकता से देखा, जो उसने मुझे मोर के हरे रंग का बताया. उसने मुझे एक और 100 प्रतिशत सुराग दिया कि शोभराज उस क्षेत्र में घूम रहा था. फिर मैंने अपने आयुक्त से और अधिकारियों को भेजने के लिए कहा. उन्होंने कहा, शोभराज को गिरफ्तार करने के लिए और पांच पुलिसकर्मियों को गोवा भेजा गया था.
-भारत एक्सप्रेस