बासित अहमद.
Lashker Commander Encounter: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है. बता दें कि सोमवार को दक्षिणी कश्मीर के कुलगांव में सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू की गई जो कि अब तक जारी है. पुलिस और सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाला हुआ है. अब खबर आ रही है कि लश्कर के टॉप कमांडर बासित अहमद डार इस मुठभेर में घिर गया है. जानकारी रहे कि पिछले साल एनआईए (NIA) ने लश्कर के सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ने कमांडर बासित अहमद डार (Basit Ahmad Dar) पर 10 लाख रुपये का नगद ईनाम घोषित किया था. जिसके बाद से लगातार इस आतंकवादी पर सुरक्षबलों की कड़ी नजर थी.
लश्कर- ए-तैयबा से जुड़ा है बासित अहमद
अधिकारियों की मानें तो बासित पर कई हत्याओं का मास्टरमाइंड है. डेरावनी के कुलगांव का रहने वाला बासित अहमद अप्रैल 2022 से अपने घर से गायब था. बाद में इस बात का खुलासा हुआ कि वह लापता होने के बाद लश्कर- ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) का अग्रणी संगठन टीआरएफ (TRF) में शामिल हो गया था.
बता दें कि बीते 4 मई को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवादियों ने इंडियन एयर फोर्स के काफिले पर हमला किया था. जिसमें भारतीय वायुसेना के एक जवान शहीद हो गए जबकि चार घायल हो गए थे. अधिकारियों बताया कि हमला शनिवार को शाम के समय हुआ था. उस वक्त वायुसेना का एक काफिला सुरनकोट में सनाई टॉप की ओर बढ़ रहा था. सेना के काफिले पर हमले के बाद इसमें शामिल आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें मार गिराने के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन जारी है.
2024 में दूसरी बार सेना पर हमला
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों पर यह दूसरा हमला है. इससे पहले जनवरी में सेना के काफिले पर आतंवादियों ने गोलीबारी की थी. सुरक्षबल इस बात पर संदेह जाहिर कर रहे हैं कि पिछले साल दिसंबर में बुफलियाज में आतंकवादियों के जिस समूह ने काफिले पर हमला किया था वही इस हमले में शामिल है. उस वक्त आतंवादियों ने घात लगाचर सेना की गाड़ियों पर हमला किया था जिसमें चार सैनिक शहीद हो गए थे जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए थे.