जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन (फोटो- ANI)
Jammu: जम्मू कृषि विभाग और NABARD ने साथ मिल सोमवार एक दिवसीय कार्यक्रम’ का आयोजन किया. किसान घर तालाब तिल्लो, जम्मू में किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को वित्तपोषण और बैंक ऋण पर ‘बैंकरों और अन्य हितधारकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम’ का हुआ. NABARD की उप महाप्रबंधक अनामिका ने अन्य प्रासंगिक मुद्दों और चुनौतियों के अलावा एफपीओ और जम्मू-कश्मीर में इसकी स्थिति के बारे में एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी.
एफपीओ के वित्तपोषण के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम
एफपीओ के वित्तपोषण के संबंध में बैंकों के संवेदीकरण के लिए जागरूकता कार्यक्रम के बारे में विवरण लेते हुए, एसीएस ने कहा कि JKUT द्वारा अनुमोदित एक समान नीति तैयार की जानी चाहिए और खाता खोलने की प्रक्रिया, एफपीओ के अनुपालन, दस्तावेज़ीकरण सहित क्रेडिट गारंटी प्रक्रिया, वित्त का पैमाना आदि. यह नीति NABARD, भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार सभी बैंकों द्वारा अपनाई जानी चाहिए.
क्रेडिट को बढ़ाया जाए
एसीएस (ACs) ने संबंधित अधिकारियों और हितधारकों से यह भी कहा कि क्रेडिट को बढ़ाया जाना चाहिए और हर एफपीओ को परेशानी मुक्त तरीके से बढ़ाया जाए. उन्होंने दिशा-निर्देशों के अनुसार संबंधित मुद्दों के अलावा प्रलेखन प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए भी कहा है.
उन्होंने स्थानीय बैंकों से एफपीओ के दिशा-निर्देशों को समझने और इसके कार्यान्वयन के लिए अपने प्रयासों को बढ़ाने के लिए कहा ताकि अधिकांश एफपीओ वित्त प्राप्त करने और एफपीओ के लिए केंद्रीय क्षेत्र की योजना (सीएसएस) के विभिन्न क्षेत्र से लाभ प्राप्त करने के लिए स्थानीय बैंकों से संपर्क कर सकें.
एनएबीसंरक्षण से ऋण गारंटी
NABKISAN के वरिष्ठ सहायक उपाध्यक्ष महमूद हुसैन ने एफपीओ वित्तपोषण पर उनकी गतिविधियों और एनएबीसंरक्षण से ऋण गारंटी प्राप्त करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी.
कई अधिकारी थे मौजूद
इस कार्यक्रम मे जम्मू एपीडी के निदेशक के के शर्मा, जम्मू बागवानी निदेशक राम सेवक, जम्मू सीएडी आर एस तारा, कृषि निदेशक अरुण मन्हास,कार्यक्रम के दौरान बैंकों, हितधारकों, एफपीओ के सदस्यों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे.