Jharkhand News: झारखंड के बोकारो जिला स्थित नक्सलियों का गढ़ रहे झुमरा पहाड़ के तलहटी में स्थित धनरा गांव में नक्सलियों ने मंगलवार रात पुलिस मुखबिरी के आरोप में पूर्व वार्ड पार्षद सुखराम मांझी (45) की हत्या कर दी. चतरोचटी थाना प्रभारी नीरज कुमार ने कहा है कि सुबह इस घटना की सूचना मिली. हम लोग अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रहे हैं. वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है. उन्होंने बताया कि यह हत्याकांड चतरोचटी थाना क्षेत्र में चुटे पंचायत के अमन पहाड़ के तलहटी पर बसे दनरा गांव में हुआ है। नक्सलियों ने मौके पर छोड़े गए पोस्टर में घटना का जिम्मेदारी ली है.
ग्रामीणों ने बताया कि सुखराम अपने गांव में ही मुर्गे की दुकान चलाता था. बीती रात लगभग 7:30 बजे कुछ लोग आए और उसे दुकान से बाहर निकाल कर रस्सी से बांधकर घसीटते हुए लगभग 30 मीटर दूर ले गए जहां कचिया रास्ते में गर्दन रेत कर हत्या कर दी. कुछ देर बाद उसे रास्ते से गुजरने वाले किसी ग्रामीण ने मृत पड़ा देखा तो इसकी सूचना उसके परिजनों को दी। परिजन रात में ही घटना स्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी.
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हत्यारे ने शव के नजदीक तीन-चार पोस्टर भी फेंका है. जिसमें उसने लोगों को पुलिस मुखबारी से दूर रहने की सलाह दी है. भाकपा माओवादी के नाम से रखे गए पोस्टर मैं लिखा है: पुलिस मुखबिर सुखराम मांझी को मौत की सजा दी गई. एक अन्य पोस्टर में लिखा है चंद रुपए की लालच में पुलिस मुखबिर बनना बंद करो. पुलिस प्रशासन के प्रलोभन में फंसकर जन विरोधी कार्यो के लिए पुलिस मुखबिर बनना बंद करो.
दंडरा नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. नक्सली (Naxalite) उसके घर के पास शव फेंक गए हैं. सुखराम मांझी पूर्व वार्ड सदस्य था। वह गांव में मुर्गे की दुकान चलाता था. नक्सलियों ने मौके पर छोड़े गए पोस्टर में घटना का जिम्मेदारी ली है.
-भारत एक्सप्रेस