जवाहर लाल यूनिवर्सिटी की फोटो
JNU: जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय फिर से एक बार चर्चा में है, लेकिन गलत वजहों से. इस बार जवाहर लाल यूनिवर्सिटी के सेकंड और थर्ड फ्लोर पर ब्राह्मण और बनिये के विरोध में नारे लिखे मिले हैं. इसमें ‘ब्राह्मण भारत छोड़ो’ और बनिया समुदाय को लेकर भी आपत्तिजनक बातें लिखी हुई है. ABVP इसे बड़ा मुद्दा बनाते हुए जेएनयू प्रशासन से कार्यवाई की मांग कर रहा है.
इस घटना के बाद अभी तक जेएनयू प्रशासन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, लेकिन ABVP द्वारा ये आरोप लेफ्ट पर लगाया गया है कि भावनाओं को भड़काने के लिए इस प्रकार के नारे दीवार पर लिख दिए गए हैं. जिन नारों को लेकर आपत्ति जताई गई है उसमे लिखा गया है, ‘ब्राह्मणों कैंपस खाली करो, यहां खून होगा, ब्राह्मण भारत छोड़ो’.
क्या कहा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने
अपने बयान में ABVP अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा है, “सांप्रदायिक गुंडों द्वारा की गई इस हरकत का हम विरोध करते हैं. वामपंथियों ने जेएनयू की दीवारों पर एक खास समुदाय के लिए गालियां लिखी हैं. हम सिर्फ इस बात में यकीन रखते हैं कि ऐसे संस्थानों का इस्तेमाल डिबेट करने के लिए होता है, समाज में जहर फैलाने के लिए नहीं” हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि किसकी तरफ से दीवारों पर ये आपत्तिजनक नारे लिखे गए. ABVP ने आरोप जरूर लेफ्ट पर लगाया है, लेकिन अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है.
2020 में भी जेएनयू में हुआ था विवाद
2020 में भी ऐसी ही एक विवादित घटना देखने को मिली थी जिसमे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और वामपंथी संगठन AISA के बीच मारपीट हुई थी. उसमे आरोप ये था कि ABVP छात्र बैठक कर रहे थे तभी AISA के कार्यकर्ता आए और उन्होंने बवाल मचाना शुरू कर दिया. यह घटना JNU में 5 जनवरी 2020 को हुई थी.
इसके खिलाफ टीचर्स और छात्रों ने मिलकर एक मार्च का आयोजन किया था. लेकिन वहां कुछ नकाबपोश लोग आए और उन्होंने मारपीट शुरू कर दी. इस घटना के बाद कुछ नकाबपोश लोगों की तस्वीरें भी सामने आई थी. जिसमे कोमल शर्मा नाम की एक लड़की की तस्वीर भी सामने आई थी और उसके बारे में कहा गया की वो एबीवीपी से जुडी हुई है.
-भारत एक्सप्रेस
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