Indian Metro Network: भारत सरकार ने शहरी परिवहन और कनेक्टिविटी में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, देश के मेट्रो नेटवर्क में 1000 किलोमीटर का विस्तार हुआ है. इस वृद्धि ने भारत को मेट्रो नेटवर्क के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बना दिया है.
10 वर्षों में मेट्रो नेटवर्क का तीन गुना विस्तार
भारत का मेट्रो नेटवर्क पिछले 10 वर्षों में तीन गुना बढ़ा है. 2014 में मेट्रो नेटवर्क का कुल लंबाई 1000 किलोमीटर से भी कम थी, लेकिन अब यह 3000 किलोमीटर से ऊपर पहुँच चुका है. मेट्रो सेवा अब पांच राज्यों से बढ़कर ग्यारह राज्यों तक पहुँच चुकी है, और 23 शहरों में मेट्रो सेवा उपलब्ध है. इससे दैनिक यात्रियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. 2014 में 28 लाख यात्रियों से बढ़कर यह संख्या एक करोड़ से अधिक हो गई है.
नमो भारत पहल और RRTS परियोजना
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली-गाजियाबाद-Meerut नमो भारत कॉरिडोर के 13 किलोमीटर के हिस्से का उद्घाटन किया. यह परियोजना 4,600 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई है और दिल्ली-Meerut के बीच यात्रा को तेज और आरामदायक बनाएगी. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो के Phase-IV के 2.8 किलोमीटर के खंड का भी उद्घाटन किया गया, जो पश्चिम दिल्ली के कृष्णा पार्क, विकाशपुरी और जनकपुरी जैसे क्षेत्रों को जोड़ने में सहायक होगा.
मेट्रो परियोजनाएं और भविष्य के दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली मेट्रो के Phase-IV के रिथाला-कुंडली खंड के लिए भी शिलान्यास किया. यह परियोजना 6,230 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगी और दिल्ली और हरियाणा के प्रमुख इलाकों को जोड़ने में मदद करेगी.
इस मेट्रो नेटवर्क के विस्तार से न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि शहरी जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार होगा, जिससे नागरिकों को बेहतर कनेक्टिविटी और यातायात के आधुनिक विकल्प मिलेंगे.
- भारत एक्सप्रेस
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