मेंगलुरु के स्कूल में टीचर ने रामायण-महाभारत को बताया काल्पनिक
Karnataka teacher called Lord Ram imaginary: कर्नाटक के मेंगलुरु में एक स्कूल टीचर ने रामायण और महाभारत को काल्पनिक बताया है. इतना ही नहीं टीचर ने छात्रों से कहा कि भगवान राम काल्पनिक किरदार है. जानकारी के अनुसार यह मामला सेंट गेरोसा इंग्लिस एचआर प्राइमरी स्कूल का है. विवाद बढ़ने के बाद टीचर को नौकरी से निकाल दिया गया है.
मामला बढ़ने के बाद 10 फरवरी को लोगों ने टीचर के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं 12 फरवरी को स्थानीय भाजपा विधायक वेदव्यास कामथ भी प्रदर्शन में शामिल हुए. भाजपा विधायक ने कहा कि टीचर ने पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की. इतना ही नहीं उसने बच्चों से 2002 के गोधरा दंगों और बिलकिस बानो गैंगरेप का जिक्र भी किया.
स्कूल प्रशासन ने टीचर को किया बर्खास्त
वहीं टीचर को बर्खास्त करने के बाद स्कूल प्रशासन ने भी सफाई दी है. इसमें कहा गया है कि सेंट गेरोसा स्कूल पिछले 60 वर्षों से चल रही है. लेकिन इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से आपके और हमारे बीच अविश्वास पैदा हुआ है. हमने टीचर को बर्खास्त कर दिया है. हालांकि टीचर के खिलाफ अब तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है.
वहीं विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा विधायक कामथ ने कहा कि आपकी सिस्टर्स हमारे छात्राओं से बिंदी लगाने, गजरा या पायल पहनने के लिए भी मना कर रही हैं. वह कहती है कि भगवान राम पर दूध डालना बर्बादी है.
हिजाब को लेकर भी हो चुका है विवाद
बता दें कि कर्नाटक की स्कूलों में हिजाब बैन को लेकर को भी विवाद हो चुका है. पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने कर्नाटक की स्कूलों में हिजाब पर बैन लगाया था. जिसे कर्नाटक हाईकोर्ट ने भी सही ठहराया था. हालांकि बाद में चुनाव के बाद अस्तित्व में आई सिद्धारमैया सरकार ने पिछले वर्ष 22 दिसंबर को स्कूल-काॅलेज में हिजाब बैन को हटा दिया था.