विपक्षी दलों की बैठक
Opposition Meet: आम चुनाव 2024 में केंद्र से सत्तारूढ़ भाजपा को बेदखल करने के उद्देश्य से 15 विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता बिहार की राजधानी पटना में जुट गए हैं. विपक्षी एकता की महाबैठक जारी है. यह मेगा बैठक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आयोजित की गई है. सीएम नीतीश ने पिछले महीने राज्य-दर-राज्य जाकर नेताओं को अपनी एकता के प्रयासों पर विचार करने के लिए आमंत्रित किया था.
आप ने कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप
हालांकि, बैठक के बीच में ही कई नेता आपस में उलझ गए. आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच समझौता है कि जब दिल्ली सेवा अध्यादेश संसद में लाया जाएगा तो कांग्रेस वॉकआउट करेगी. बैठक में दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने सभी दलों से केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगा है.
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आप के प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि राहुल गांधी का बीजेपी के साथ समझौता हो चुका है. वो गैरकानूनी अध्यादेश के खिलाफ बीजेपी के साथ खड़े हैं. दिल्ली के लोगों और दिल्ली सरकार का अधिकार केंद्र सरकार ने छीन लिया है. राहुल गांधी को इतना वक्त क्यों लग रहा है? वहीं, उद्धव ठाकरे समेत कई और दलों के नेताओं ने भी कांग्रेस से अपील की है कि दिल्ली अध्यादेश पर केजरीवाल का समर्थन किया जाना चाहिए.
हमसे समर्थन चाहिए, जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा था आप कहां थे? – उमर अब्दुल्ला
बता दें कि जब बैठक में केजरीवाल कांग्रेस के साथ-साथ अन्य दलों से समर्थन मांग रहे थे. तभी उमर अब्दुल्ला भड़क गए. उन्होंने कहा, ” जब जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया गया तब आप कहां थे? जब अपनी बारी आई तो आप हमसे समर्थन मांग रहे हैं.
बैठक में भाग लेने वाले विपक्षी पार्टियों के नेताओं में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, पंजाब के सीएम भगवंत मान, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन शामिल हैं. इनके अलावा कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम बेटे तेजस्वी, सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती और उमर अब्दुल्ला भी शामिल हैं.