कुमार विश्वास-आर्यन मिश्रा (फाइल फोटो-सोशल मीडिया)
दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर गदपुरी के पास कक्षा-12 के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. दरअसल खुद को गौरक्षक कहने वालों ने आर्यन को गौ तस्कर समझकर हत्या कर दी थी. कार में बैठै आर्यन और उसके मकान मालिक का हाईवे पर करीब 20 किलोमीटर तक आरोपियों ने पीछा किया था और इसके बाद गोली मार दी थी. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तो वहीं इस पूरे मामले पर सियासत भी तेज हो गई है.
इस पर ताजा बयान जाने-माने कवि कुमार विश्वास की ओर से सामने आया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा है कि “इन तथाकथित समाज-सेवकों ने पूरे देश में गंदगी मचा रखी है. जल्दी लोकप्रिय होने की लालसा और अपने राजनैतिक आकाओं की सरपरस्ती के घाल-मेल ने ऐसे लफ़ंगों को मान्यता दिला दी है. कभी गाय पाली नहीं, धर्म का “ध” पता नहीं और चल देते हैं धर्म बचाने.” इसी के साथ ही कहा है कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पिछले वर्ष ऐसे लोगों को क़ानूनी सख़्ती से निपटने का आह्वान किया था. अब तो पानी सिर के ऊपर से जा रहा है.”
आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस
बता दें कि इस मामले में पुलिस पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनकी पहचान अनिल कौशिक, वरूण, कृष्ण, सौरव और आदेश के रूप में हुई है. इन लोगों ने खुद को गौरक्षक बताया है. मालूम हो कि इन लोगों ने आर्यन को गौ तस्कर समझकर उसे और उसके साथ कार में बैठे उसके मकान मालिक का हाईवे पर करीब 20 किलोमीटर तक पीछा किया और इसके बाद गोली मार दी थी. पुलिस इस पूरे मामले में आगे की जांच कर रही है.
आरोपियों ने पूछताछ में बताई ये बात
पुलिस ने बताया है कि आरोपियों ने पूछताछ में बताय कि 23 अगस्त की रात उनको लोगों को मुखबिर से सूचना मिली थी कि डस्टर और फॉच्यूर्नर कार सवार गौतस्कर घूम रहे हैं. इसी शक में गोरक्षकों ने कार का पीछा करना शुरू किया और कार को रोकने के लिए फायरिंग करते रहे. पुलिस ने बताया कि हाईवे के गदपुरी टोल पर आरोपियों ने कार रोकने के लिए पीछे से फायरिंग की जो कार का पिछला शीशा तोड़ते हुए ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठे आर्यन मिश्रा के गर्दन में जाकर लगी. इसके बाद कार चालक हर्षित ने कार रोक दी.
इसके बाद आरोपियों ने दूसरी गोली आर्यन के सीने में उतार दी. इसके बाद आरोपियों ने देखा की गाड़ी में लड़कों के साथ दो महिलाएं भी बैठी हैं. इस पर उनको समझ में आया कि गलतफहमी में उसने किसी और को गोली मार दी, जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. तो दूसरी ओर घटना के दूसरे दिन यानी 24 अगस्त को एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आर्यन की मौत हो गई थी.
-भारत एक्सप्रेस