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महिलाओं को सशक्त बना रही ‘लखपति दीदी योजना’, विकसित भारत की मजबूत कड़ी हैं महिलाएं : दिलीप संघानी

एनसीयूआई के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में बोलते हुए, दिलीप संघानी ने नारी शक्ति को सशक्त बनाकर राष्ट्र निर्माण के प्रति एनसीयूआई के दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता की सराहना की.

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 के अवसर पर 8 मार्च 2024 (शुक्रवार) को दिल्ली के एनसीयूआई ऑडिटोरियम में एनसीयूआई और तपस्या नारी सेवा समिति ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया. इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ (NCUI) के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने कहा कि नारी शक्ति की सक्रिय भागीदारी निस्संदेह एक विकसित और सशक्त भारत को प्राप्त करने की दिशा में यात्रा को गति देगी. उन्होंने कहा कि लखपति दीदी योजना (Lakhpati Didi Scheme) पूरे देश में महिलाओं को सशक्त बना रही है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं विकसित भारत की मजबूत कड़ी हैं.

एनसीयूआई के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में बोलते हुए, दिलीप संघानी ने नारी शक्ति को सशक्त बनाकर राष्ट्र निर्माण के प्रति एनसीयूआई के दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता की सराहना की. उन्होंने कहा कि “नमो ड्रोन दीदियाँ नवाचार, उपयुक्तता और आत्मनिर्भरता की चैंपियन हैं। उन्होंने कहा कि सरकार महिला सशक्तीकरण को आगे बढ़ाने के लिए ड्रोन की शक्ति का लाभ उठा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि केवल नारेबाजी से लैंगिक असमानता दूर नहीं होगी. उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं और विकास के अवसरों के बारे में जागरूक करने के लिए हर भारतीय गांव में एक जन जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है.

NCUI के मुख्य कार्यकारी डॉ. सुधीर महाजन ने टिप्पणी की कि महिलाओं में निवेश एक बहुत शक्तिशाली विकास उपकरण है जो लैंगिक समानता सुनिश्चित करते हुए असमानताओं को दूर करता है. उन्होंने कहा कि जब हम महिलाओं को सशक्त बनाते हैं, तो यह सर्व-समावेशी विकास को गति देने वाली एक श्रृंखलाबद्ध प्रतिक्रिया को प्रज्वलित करता है. इस अवसर पर डॉ. महाजन ने शिक्षा और प्रशिक्षण, सहकारी शिक्षा क्षेत्र परियोजनाओं, एनसीयूआई हाट जैसे विपणन मंच सहित NCUI के विभिन्न पहलों के माध्यम से ‘महिलाओं में निवेश’ (इन्वेस्ट इन वूमेन) करने के लिए एनसीयूआई (NCUI) के निरंतर अभियान को रेखांकित किया.

हाल ही में उद्यमिता विकास कार्यक्रम, संयुक्त रूप से पेश किए गए पाठ्यक्रम का हवाला देते हुए क्रॉस-सेक्टोरल सहयोग भी बनाया. एनसीयूआई और राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) द्वारा, कई अनौपचारिक समूहों द्वारा प्रामाणिक प्रमाणीकरण प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया जाता है. डॉ. महाजन ने “कॉप किचन” का उत्कृष्ट उदाहरण दिया, जहां एनसीयूआई इनक्यूबेशन सेंटर में प्रशिक्षित महिलाओं का एक समूह एक सफल स्टार्टअप चलाता है, जिसमें प्रत्येक महिला लगभग 25,000-30,000 प्रति माह कमाती है.

NCUI की उप मुख्य कार्यकारी, सावित्री सिंह ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए समान अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया, साथ ही जीवन के सभी क्षेत्रों – विज्ञान और प्रौद्योगिकी से लेकर चिकित्सा, अंतरिक्ष, सशस्त्र बलों तक नए मानक स्थापित करने के लिए महिलाओं को उचित मान्यता देने की आवश्यकता पर जोर दिया. इस अवसर पर, नैफेड के अध्यक्ष डॉ. बिजेंदर सिंह ने कहा कि महिलाओं को सबसे पहले अपनी सामूहिक ताकत का एहसास करने की जरूरत है, जिससे उनका सशक्तिकरण होगा और अंततः सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन होगा.

आईसीए-एपी (ICA-AP) और कृभको के अध्यक्ष डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव ने देश की आर्थिक वृद्धि में तेज वृद्धि के लिए जमीनी स्तर पर ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया. महिला सशक्तिकरण के लिए एनसीयूआई (NCUI) की राष्ट्रीय सहकारी महिला समिति की सदस्य और भाग्यलक्ष्मी महिला क्रेडिट एंड कंज्यूमर्स कॉप सोसाइटी की अध्यक्ष भावना गोंदलिया ने महिलाओं के नेतृत्व वाले किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ -FPO) के मामले का हवाला देते हुए उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाओं की पहचान के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता पर जोर दिया. तपस्या नारी सेवा समिति ट्रस्ट के निदेशक कुमार राकेश ने सरकार के नारी शक्ति वंदन अधिनियम का उल्लेख करते हुए कहा कि यह महिलाओं को शामिल करने के लिए एक युगांतरकारी विकास है, ताकि पीएम मोदी के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” के नारे को साकार किया जा सके और विकसित भारत का निर्माण किया जा सके.

इस अवसर पर, एनसीयूआई के दो प्रशिक्षण मॉड्यूल – शहरी सहकारी बैंकिंग और सामुदायिक गतिशीलता (Community Mobilisation and Registration of Cooperatives) और सहकारी समितियों का पंजीकरण (Urban Cooperative Banking) लॉन्च किया गया. नाओबी यादव (Naobi Yadav) द्वारा गाया गया नारी शक्ति गीत “बेखौफ़ आज़ाद है जीना मुझे” (Bekhauf Azaad hai jeena mujhe) तथा मणिपुर और छत्तीसगढ़ के लोक नृत्यों ने उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस कार्यक्रम में ‘आत्म सुरक्षा’ विषय पर आधारित महिला मार्शल आर्ट प्रदर्शन इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था, जिसमें युवा महिला कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. सामाजिक कार्य, चिकित्सा, शिक्षा, खेल, मीडिया, राजनीति, ज्योतिष आदि जैसे जीवन के सभी क्षेत्रों में उनके अनुकरणीय कार्य के लिए महिला उपलब्धियों के एक समूह को सम्मानित किया गया. यह कार्यक्रम संयुक्त रूप से एनसीयूआई (NCUI) और तपस्या नारी सेवा समिति ट्रस्ट द्वारा एनसीयूआई ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था.

-भारत एक्सप्रेस

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