अखिलेश यादव
Lok Sabha Election-2023: आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारी में जुटे हैं और जातियों को साधने के लिए सम्मेलन करने में जुटे हैं. इस बार यूपी में लोकसभा की सभी 80 सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा करने वाली समाजवादी पार्टी भी लगातार सम्पर्क अभियान चला रही है तो वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव जिलेवार बैठकें और कार्यशाला करने में जुटे हैं. इसी बीच खबर सामने आ रही है कि अब उन्होंने कश्यप-निषाद समाज को लेकर नई रणनीति बनाई है और पूरे फोकस के साथ इन जातियों को अपनी ओर आकर्षित करने का प्लान बनाया है. इसको लेकर सपा अब हर जिले में सजातीय समाज के बीच सम्मेलन करने की तैयारी में जुट गई है. इस अभियान को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के बीच क्षेत्रवार जिम्मेदारियां भी बांटी जा रही हैं.
13 अक्टूबर को अखिलेश ने मांगा था सपोर्ट
बता दें कि 13 अक्टूबर को अखिलेश यादव ने कश्यप, धीमर, निषाद, कहार, मझवार, रैकवार व तुरहा सहित रोटी-बेटी का रिश्ता रखने वाली कई जातियों के प्रमुख प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लंबी बातचीत की थी और जातीय जनगणना सहित कई मुद्दों पर उनके विचार जाने थे और उनकी जरुरतों के बारे में भी जानकारी हासिल की थी. इसी के साथ अखिलेश ने उनको भरोसा दिया कि अगर केंद्र की सत्ता में प्रभावी भूमिका में सपा आती है तो आरक्षण संबंधी उनकी मांगों को ईमानदारी से पूरा करने का प्रयास करेंगे. अखिलेश ने ये भी कहा था कि केंद्र की सत्ता में सपा को प्रभावी स्थिति में आने के लिए कश्यप-निषाद समाज के प्रमुख प्रतिनिधियों को अभी से जनाधार बढ़ाने के लिए सपा का सहयोग करना होगा.
ओबीसी विंग को सौंपी गई है जिम्मेदारी
अखिलेश यादव ने सपा की ओबीसी विंग को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है और प्रदेश के तमाम हिस्सों में कश्यप-निषाद समाज के साथ हुई घटनाएं खासतौर पर बस्ती, बरेली और एटा में जो घटनाएं हुई हैं. उन मुद्दों को लेकर हर जिले व मंडल में जाने के लिए निर्देश हैं. इसी के साथ सजातीय सम्मेलन करने के लिए कहा गया है. इस सम्मेलन में कश्यप-निषाद जातियों को बताना है कि फूलन देवी को सांसद बनाने का काम सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने ही किया था. इसी के साथ उनके अधिकारों को सपा दिलाएगी ये भी भरोसा दिलाना है. इसके साथ ही सपा अपने अभियान में कश्यप-निषाद जातियों की जातीय जनगणना कराने की बात भी कर रही है और कह रही है कि सपा के सत्ता में लौटते ही जातीय जनगणना कराई जाएगी. सपा ये भी बता रही है कि भाजपा जातीय जनगणना के समर्थन में नहीं है और जातीय जनगणना से ही हर जाति की आबादी के अनुपात में भागीदारी सुनिश्चित होगी. तो वहीं इस पूरे अभियान को लेकर सपा के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने मीडिया को बताया कि हम इन मुद्दों को लेकर योजनाबद्ध तरीके से कश्यप-निषाद समाज के बीच जा रहे हैं और उनके हक और अधिकार को दिलाने की बात कर रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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