कार्यक्रम के दौरान जनता को सम्बोधित करते अमित शाह
Lok Sabha Election-2024: लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर भाजपा दिन पर दिन एक-एक कदम आगे बढ़ रही है और पूरी रणनीति के साथ समाज के हर वर्ग को साधने में जुटी है. जहां एक ओर भाजपा हारी सीटों को जीतने की गणित लगा रही है तो वहीं दूसरी ओर अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए भी दिन-रात मेहनत कर रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पुण्यतिथि के अवसर को भाजपा ने नुमाइश मैदान पर हिन्दू गौरव दिवस के रूप में मनाया और एक तीर से कई निशाने साधे. एक ओर भाजपा ने जहां इस मंच से पिछड़ो को साधा तो वहीं हिंदुत्व और राम मंदिर पर भाषण देकर सभी वर्ग के दिलों में अपनी जगह बनाने की कोशिश की.
इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही मंच पर मौजूद भाजपा के सभी बड़े नेताओं ने चुनावी भाषण में इशारा दे दिया कि वह पिछड़ों के लिए लगातार काम कर रही है और 2024 की शुरूआत में ही राम मंदिर का उद्घाटन हो जाएगा व आम जनता दर्शन के लिए पहुंच सकेगी. इसी के साथ कल्याण सिंह का स्मरण करने के साथ ही उनके द्वारा राम मंदिर के लिए किए गए त्याग को भी जनता के सामने रखा. फिलहाल राजनीतिक गलियारों में अलीगढ़ के इस कार्यक्रम को लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़कर देखा जा रहा है. इस कार्यक्रम के जरिए भाजपा ने पिछ़ड़ों को एकजुट करने में जुटे विपक्ष को आईना दिखाने की पूरी कोशिश करने के साथ ही राम मंदिर आंदोलन के बाद हिंदूवादी छवि के नेता बने कल्याण सिंह के बहाने पार्टी की हिंदूवादी छवि को भी धार देने का प्रयास किया. इसी के साथ भाषण में कई बार राम मंदिर का जिक्र कर हर हिंदू के दिल में पार्टी की जगह बनाने की कोशिश की.
आज पिछड़ी जातियों को मिल रहा है हर जगह लाभ
इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, आज राम भक्त कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने आया हूं. इसी के साथ उन्होंने कल्याण सिंह से जुड़ी यादों को ताजा करते हुए कहा कि, कोरोना के कारण मैं जब अस्पताल में था, तब राम मंदिर की नींव पीएम मोदी ने रखी थी. उस वक्त बाबू ज़ी ने फोन पर कहा था मेरा जीवन धन्य हो गया. इसी के साथ अमित शाह ने कल्याण सिंह को लेकर आगे कहा कि, बाबू जी ने कभी जाति की बात नहीं की, उन्होंने पिछड़ों को आगे बढ़ाया और अब यही काम पीएम मोदी भी कर रहे हैं. इसी के साथ अमित शाह ने जिक्र किया कि पिछड़ी जातियों को हर जगह लाभ मिल रहा है. नीट में दाखिला मिल रहा है. तो वहीं अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर अमित शाह ने लिखा है कि, “श्रद्धेय कल्याण सिंह जी राष्ट्रवाद, प्रशासनिक कुशलता और संगठन दक्षता की प्रतिमूर्ति थे. राम जन्मभूमि आंदोलन में उनके अतुलनीय योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. बाबूजी ने उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाकर सुशासन को जमीन पर चरितार्थ करके दिखाया.” इसी के साथ आगे कहा है कि, “ऐसे प्रखर राष्ट्रवादी बाबूजी की पुण्यतिथि पर आज अलीगढ़ में ‘हिन्दू गौरव दिवस’ का शुभारंभ किया.” वहीं इस मौके पर अमित शाह ने संदेश दिया कि, भाजपा यूपी लोकसभा की 80 सीटों पर बहुत मजबूती से चुनाव लड़ने जा रही है.
श्रद्धेय कल्याण सिंह जी राष्ट्रवाद, प्रशासनिक कुशलता और संगठन दक्षता की प्रतिमूर्ति थे। राम जन्मभूमि आंदोलन में उनके अतुलनीय योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। बाबूजी ने उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाकर सुशासन को जमीन पर चरितार्थ करके दिखाया।
ऐसे प्रखर राष्ट्रवादी बाबूजी की… pic.twitter.com/QK89cGuZ04
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) August 21, 2023
सपना पूरा हुआ
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, बाबू जी की द्वितीय पुण्यतिथि को हिन्दू गौरव दिवस के रूप में हम मना रहे हैं. इसी के साथ वह आगे बोले कि, हम सब जानते हैं कि अब अयोध्या में राम मंदिर का काम चल रहा है. 2024 की जनवरी में 500 वर्षों का इंतजार खत्म करके भगवान राम अपने मंदिर में विराजमान होंगे. कल्याण सिंह को लेकर बोले कि, बाबू ज़ी की आत्मा भी कहेगी कि 1992 में जिसके लिए कुर्सी छोड़ी, वह सपना अब पूरा हुआ है. मुख्यमंत्री ने भावनात्मक रूप से जनता को पार्टी से जोड़ने की कोशिश की.
अयोध्या में हो रहा है राम मंदिर का कल्याण
इस मौके पर जहां एक ओर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, 1992 में बाबू जी (भाजपा में कल्याण सिंह को बाबू जी कहते हैं) ने कलयुग में श्री राम मंदिर के लिए अपनी सत्ता का त्याग किया था. बाबू जी की वजह से ही अयोध्या में राम मंदिर का कल्याण हो रहा है. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में बाबू जी को याद करने के लिए लोग यहां पर आए हुए हैं.बाबू जी की यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी. कल्याण सिंह के राम मंदिर के लिए किए गए त्याग को लेकर जिक्र किया और बोले कि, राम मंदिर के लिए अगर 100 बार कुर्सी त्यागनी पड़े तो वह तैयार थे.
-भारत एक्सप्रेस
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