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लोकसभा चुनाव 2024: जम्मू में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए हथियार धारकों को हथियार जमा करने का निर्देश, जानें कितने हजार लोगों के पास लाइसेंसी शस्त्र

जम्मू-कश्मीर की उधमपुर सीट पर 19 अप्रैल को और जम्मू सीट पर 26 अप्रैल को मतदान होगा. वहीं, अनंतनाग और राजौरी सीट पर 7 मई को तो श्रीनगर सीट पर 13 मई को वोटिंग होगी.

प्रतीकात्मक तस्वीर

जम्मू-कश्मीर की 5 सीटों पर चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही अब यहां पर चुनाव को लेकर प्रशान द्वाार तैयारियां शुरू हो गई है. बता दें कि यहां पर 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को मतदान होगा और नतीजे 4 जून को आएंगे. जम्मू प्रशासन ने लोकसभा चुनावों की घोषणा के मद्देनजर सोमवार को 4,914 लाइसेंसी हथियार धारकों को अपने-अपने हथियार पुलिस के पास जमा करने का निर्देश दिया है. जम्मू लोकसभा सीट के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा.

शांतिपूर्ण माहौल तय करने के लिए हथियार जमा करने का निर्देश

मामले में एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया, ”जिलाधिकारी सचिन कुमार वैश्य के नेतृत्व में एक जांच कमेटी ने 4,914 हथियार लाइसेंसों की जांच की और हथियार धारकों को आगामी लोकसभा चुनावों में शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए अपने-अपने हथियार जमा करने का निर्देश दिया.” वैश्य ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से इस संबंध में आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा है.

जानें कब किस सीट पर होगा मतदान

जम्मू-कश्मीर की उधमपुर सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होता तो वहीं, जम्मू सीट पर 26 अप्रैल को. अनंतनाग और राजौरी सीट पर 7 मई को वोटिंग होगी तो वहीं श्रीनगर सीट पर 13 मई को वोटिंग होगी. बारामूला सीट पर सबसे आखिर में 20 मई को मतदान होगा.

3 सीटों पर JKNC ने अकेले ठोकी ताल

जम्मू-कश्मीर में भाजपा एनडीए गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में ताल ठोकेगी. भाजपा ने सूबे में रविंदर रैना को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी है. तो दूसरी ओर फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस घाटी की तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर चुकी है. तो वहीं महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) कांग्रेस को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. फिलहाल इनके बीच गठबंधन को लेकर अभी बात जारी है.

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5 लोकसभा सीटों पर कड़ा होगा मुकाबला

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हट गया है. तो वहीं इसके हटने के बाद इस केंद्र शासित प्रदेश में 5 लोकसभा सीटें शेष हैं. इन सीटों में से दो पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) काबिज है तो वहीं 3 सीटों पर जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) का कब्जा है. 2019 से पहले इसमें लद्दाख भी शामिल था और यह राज्य था. तब यहां 6 लोकसभा सीटें थीं. फिलहाल इस बार भाजपा ने 400 पार का लक्ष्य रखा है. इसको देखते हुए यहां पर भी भाजपा की तैयारी मजबूत रूप से की गई है. जम्मू-कश्मीर में BJP एनडीए गठबंधन के साथ सभी 5 सीटों पर चुनाव मैदान में ताल ठोकेगी. वहीं दूसरी ओर INDIA गठबंधन में शामिल होने के बावजूद JKNC अकेले ही पांचों सीटों पर चुनावी मैदान में उतरने जा रही है.

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