प्रतीकात्मक तस्वीर
Lucknow News: यूपी की राजधानी लखनऊ में एक जज को कोर्ट के पते पर धमकी भरा पत्र मिलने के बाद एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पत्र को स्पीड पोस्ट से कोर्ट के पते पर भेजा गया था. इस मामले में जांच में पुलिस जुट गई है. मामला जज से जुड़ा होने के कारण पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ पत्र भेजने वाले की खोजबीन करने में जुट गई है. इसके लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है, जो हर पहलू पर नजर रखकर मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, अपर सिविल जज (सीनियर डिविजन) स्वतंत्र सिंह रावत को धमकी भरा पत्र मिला है. इस पत्र को एक युवक ने स्पीड पोस्ट के माध्यम से उनके न्यायालय में भेजा था. 25 जनवरी को भेजे गए इस पत्र पर आनन-फानन में पहले पुलिस ने प्रारम्भिक तौर पर छानबीन की. इसके बाद जज ने वजीरगंज थाने में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी. पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है. साथ ही जहां से पत्र भेजा गया है, वहां के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं और लोगों से संदिग्ध के बारे में जानकारी भी एकत्र की जा रही है.
हजरतगंज के एक निवासी के नाम से मिला है पत्र
पुलिस के मुताबिक, पत्र हजरतगंज के निवासी हिमांशु के नाम से भेजा गया था. वजीरगंज थाने में दर्ज एफआईआर की तहरीर के अनुसार, अपर सिविल जज स्वतंत्र सिंह रावत का न्यायालय कोर्ट नंबर-44 है. 25 जनवरी 2023 को हिमांशु सिन्हा उर्फ सुमित कुमार पुत्र अनिल सिन्हा, 76 माल एवेन्यू थाना हजरतगंज नाम से धमकी भरा पत्र न्यायालय को प्राप्त हुआ है. पत्र में अत्यन्त आपत्तिजनक शब्द तो लिखे ही गए हैं. साथ ही धमकी भी दी गयी है.
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बताया जा रहा है कि यह धमकी भरा पत्र मूलवाद सं0-3400541 / 2011 बीना सिन्हा बनाम शाहिदा परवीन के सम्बंध में है. जिसका 28 नवंबर 2022 को निर्णय किया गया था, जिसमें सुमित कुमार सिन्हा वादी रहा है. सूत्रों के मुताबिक, पत्र लिखे नाम व पता हिमांशु कुमार सिन्हा उर्फ सुमित कुमार, 76 माल एवेन्यू, हजरतगंज के विषय में जानकारी जुटा रही है. जिससे पता चल सके कि पत्र भेजने वाला हिमांशु उर्फ सुमित है या कोई और. इसके लिए डाकघर और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.
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