महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी
Bhagat Singh Koshyari: महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. खबर है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी इस्तीफा दे सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, गवर्नर ने अपना पद छोड़ने की इच्छा जताई है. महाराष्ट्र में कई दिनों राज्यपाल के एक बयान पर बवाल मचा हुआ है. शिवाजी महाराज पर की गई टिप्पणी को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ शिवसेना ने मोर्चा खोल दिया है.
कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी का जिक्र किया था. राज्यपाल के बयान का उसी सभा में भी विरोध हुआ और अब इस मुद्दे को उद्धव ठाकरे ने तूल दे दिया है. उद्धव ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा है कि दो दिन के भीतर राज्यपाल अपने पद से खुद इस्तीफा दें वरना पूरे महाराष्ट्र को बंद किया जाएगा. इसके साथ ही ठाकरे ने कहा कि बंद के दौरान कहीं कोई दंगा फसाद तो नहीं होगा, लेकिन इसका असर दूर तक जाएगा.
ठाकरे के इस बयान के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने लातूर में बाइक रैली निकाली. साथ ही भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. इसमें शिव सैनिकों ने राज्यपाल को तुरंत हटाने की मांग की है.
उद्धव ने राज्यपाल को कहा ‘पार्सल’
उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल के लिए पार्सल शब्द का प्रयोग किया है. उन्होंने कहा कि ये जो पार्सल आया था एमाजॉन से, वो चला जाए तो अच्छा है वरना भेज दि जाएगा. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ बोलते समय उद्धव ठाकरे यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि राज्यपाल अब बूढ़े हो गए हैं. इन्हें राजभवन में नहीं, वृद्धाश्रम में रहना चाहिए.
सीएम ने किया ठाकरे पर पलटवार
वहीं, उद्धव ठाकरे के बयान के बाद सीएम एकनाथ शिंदे ने भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जो लोग बाला साहेब ठाकरे के आदर्शों को भूल गए, कम से कम वो तो हमें सीख ना दें.
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कोश्यारी ने उत्तराखंड में बीजेपी को दिलायी पहचान
भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के बागेश्वर के रहने वाले हैं. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भारतीय जनता पार्टी को उत्तराखंड को पहचान दिलाने वाले चंद नेताओं में से एक हैं. कोश्यारी ने काफी लंबे समय से आरएसएस से जुड़े हैं. भगत सिंह कोश्यारी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव रहने के अलावा उत्तराखंड भाजपा के पहले अध्यक्ष भी रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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