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Gorakhpur News: ज्ञानवापी (Gyanvapi) परिसर स्थित व्यास जी के तहखाने में पूजा करने की कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद ही हिंदू पक्ष खुश है और यहां पर लगातार पूजा-पाठ का क्रम जारी है तो दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष पूजा रुकवाने के लिए लगातार कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहा है. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट से मुस्लिम पक्ष को राहत नहीं मिली है और अब इस मामले में 6 फरवरी को सुनवाई होनी है. इसी बीच गोरखपुर में विश्व हिंदू महासंघ (विहिम) के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने यज्ञ-हवन कर कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. इसके अलावा मुस्लिम समाज से देश की गंगा जमुनी तहजीब को कायम रखने की अपील की है.
मुलायम सिंह ने डलवा दिया था ताला
गोरखपुर के गोलघर स्थित काली माता के मंदिर पर विहिम के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने ज्ञानवापी मामले को लेकर यज्ञ और हवन किया. इसी के साथ ही कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई. तो वहीं विहिम के जिला प्रभारी राधाकांत वर्मा ने कहा कि कोर्ट के फैसले से हिंदू समाज काफी खुश है. आगे उन्होंने कहा कि 30 से 31 साल पहले मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव ने ज्ञानवापी मंदिर पर ताला लटका हुआ दिया था. कोर्ट के निर्णय से 30 साल के बाद ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाना में पूजा करने का अधिकार मिला है. कोर्ट के निर्णय से वे लोग काफी खुश हैं. उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम समाज के लोगों ने श्री राम जन्मभूमि निर्माण में भी समर्थन किया है और उन्हें उम्मीद है कि ज्ञानवापी मामले में भी वे समर्थन करेंगे. इसी के साथ उन्होंने कहा कि, ज्ञानवापी परिसर स्थित तहखाने में बाबा विश्वनाथ की कृपा से जो मूर्तियां मिली है, इससे पूरे सनातन धर्म के लोगों में खुशी है.
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पहले मिले भगवान राम और अब शिव
राधाकांत वर्मा ने अयोध्या राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि पहले भगवान राम मिले हैं,और अब भगवान शिव भी मिल गए हैं. वह आगे बोले कि, भगवान राम की पूजा करिए तो शिव प्रसन्न होते हैं, और भगवान शिव की पूजा करिए तो भगवान राम प्रसन्न होते हैं. रामराज्य आ गया है, इसलिए वे लोग यज्ञ कर भगवान राम और शिव दोनों को प्रसन्न कर रहे हैं.
की मुस्लिम समाज से ये अपील
राधाकांत वर्मा ने मुस्लिम समाज से अपील करते हुए कहा कि, भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में मुस्लिम समाज के लोग भी आगे आए और सहयोग करें. इसी के साथ बोले कि काशी में बनारसी और सिल्क साड़ियां मुस्लिम भाई ही बनाते हैं. ऐसे में वे मुस्लिम भाइयों से अपील करते हैं कि विरोध छोड़कर भारत को विकसित भारत बनाने में बढ़-चढ़कर भाग लें.
-भारत एक्सप्रेस
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