केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह
Manipur: इंफाल के कोंगबा में गुरुवार देर रात केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के आवास पर भीड़ ने कथित तौर पर आग लगा दी. मणिपुर सरकार की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है. अधिकारियों ने बताया कि ये घटना जिस वक्त हुई उस समय केंद्रीय मंत्री घर पर मौजूद नहीं थे. बता दें कि इस समय इंफाल में कर्फ्यू लगा हुआ है, इसके बावजूद भीड़ केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह के आवास तक पहुंच गई. मंत्री के आवास पर सुरक्षाकर्मी भी तैनात थे. फिर भी उनके आवास पर पेट्रोल बम फेंका गया.
#WATCH मणिपुर: भीड़ ने गुरुवार देर रात को विदेश राज्य मंत्री आर.के. रंजन सिंह के इंफाल के कोंगबा में स्थित उनके आवास पर हमला किया। pic.twitter.com/8LPmRzwaUr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 16, 2023
शुक्र है कि कोई घायल नहीं हुआ
वहीं मीडिया से बात करते हुए, सिंह ने कहा, “मैं इस समय आधिकारिक काम के लिए केरल में हूं. शुक्र है कि मेरे इंफाल स्थित घर पर कल रात कोई घायल नहीं हुआ. बदमाश पेट्रोल बम लेकर आए और मेरे घर के भूतल और पहली मंजिल को नुकसान पहुंचाया गया है.”
हिंसा का शिकार मणिपुर
मणिपुर में हालात बीते कुछ समय से तनावपूर्ण बने हुए हैं. राज्य में हिंसा लगातार जारी है. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उग्रवादियों की गोलीबारी में बीते दिनों 9 लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए थे. वहीं अराजक तत्वों ने खमेनलोक गांव के कई घरों में भी आग लगा दी. तामेंगलोंग जिले के गोबाजंग में भी उपद्रवियों की हिंसात्मक गतिविधियों के कारण कई लोगों के घायल होने की खबर है.
मणिपुर के 11 जिलों में कर्फ्यू
मणिपुर में लगभग एक महीने से ज्यादा समय से हिंसात्मक गतिविधियां जारी हैं. राज्य के हालात को देखते हुए इसके 16 में से 11 जिलों में कर्फ्यू लगा हुआ है, वहीं किसी भी तरह की अफवाह को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं. इन सबके कारण लोगों को अपनी दिनचर्या और मूलभूत जरूरतों के लिए भी संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि इस दौरान राज्य में लगातार शांति की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.
राज्य में शांति बहाल करने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों की कई टुकड़ियों को तैनात किया गया है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, एक महीने पहले मणिपुर में दो समुदायों मेइती और कुकी के लोगों के बीच हुई हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और इस हिंसक वारदात में 310 अन्य लोग घायल भी हो गए थे.