मणिपुर में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. पिछले एक महीने से राज्य में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. जिसको लेकर सेना को तैनात किया गया. जो स्थिति को काबू करने की कोशिश कर रही है. इसी बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए सरकार ने 10 जून तक इंटरनेट सेवाओं पर लगी रोक को बढ़ा दिया है. सरकार ने कहा है कि पूरे प्रदेश में हालात को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है. इसके साथ ही इंटरनेट की पाबंदी को भी बढ़ाया गया है. बीते सोमवार को इंफाल के पश्चिमी जिले में दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी. जिसमें गोलीबारी होने से तीन लोगों की मौत हो गई और चार अन्य लोग घायल हो गए.
मणिपुर में इंटरनेट की बंदी को आगे बढ़ाए जाने को लेकर सरकार की तरफ से आदेश जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि, प्रदेश के हालातों को देखते हुए इंटरनेट सेवा को 10 जून तक के लिए और सस्पेंड किया जा रहा है. इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि हालातों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. इसके अलावा सीआईएसएफ की भी कई टुकड़ियों को डिप्लॉय किया गया है. हिंसा फैलाने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. जिसके लिए सुरक्षा बलों को खुली छूट दी गई है. वो माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई कर सकती हैं.
वहीं बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर कर स्थिति का जायजा लिया था. इस दौरान अमित शाह ने सेना के अधिकारियों के अलावा सीएपीएफ और राज्य के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर हालातों पर चर्चा की थी. अमित शाह ने मैतेई और कुकी समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की थी. अमित शाह ने उस दौरान कहा था कि राज्य में स्थिति काबू में है. लेकिन अब फिर से हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है. जिसको लेकर सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. अब तक हिंसा में 70 लोगों की मौत हो चुकी है.
-भारत एक्सप्रेस