स्कूल में छात्राओं से यौन उत्पीड़न के खिलाफ बदलापुर स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन हुआ.
महाराष्ट्र सरकार ने बदलापुर के एक स्कूल की दो छात्राओं के साथ कथित यौन शोषण की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का आदेश दिया है. इस घटना के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ और लोकल ट्रेन सेवाएं रोकनी पड़ीं. सरकार ने शिकायत का संज्ञान लेने में देरी करने के लिए बदलापुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर, असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल को निलंबित करने का भी आदेश दिया.
पुलिस ने बीते 17 अगस्त को बदलापुर के एक स्कूल के एक अटेंडेंट को किंडरगार्टन की तीन और चार साल की दो छात्राओं के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
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प्रिसिंपल-टीचर सस्पेंड
शिकायत के अनुसार, उसने स्कूल के शौचालय में लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया. स्कूल प्रबंधन ने इस घटना के लिए प्रिंसिपल, एक क्लास टीचर और एक महिला अटेंडेंट को निलंबित कर दिया है. इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. मंगलवार को गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने स्कूल में तोड़फोड़ भी की, जिसमें खिड़कियों के शीशे, बेंच और दरवाजे तोड़ दिए गए.
प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर स्थित एक स्कूल में दो चार वर्षीय लड़कियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न की घटना के विरोध में सैकड़ों नाराज अभिभावक और स्थानीय लोग मंगलवार सुबह करीब आठ बजे बदलापुर रेलवे स्टेशन की पटरियों पर आ गए और ट्रेनों का रास्ता रोक दिया. स्कूली बच्चों के गुस्साए माता-पिता आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे. बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया.
-भारत एक्सप्रेस
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