आदिवासी कारीगर मेले का होगा आयोजन
Dimapur: ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (TRIFED) द्वारा 9 मई से नागालैंड के वोखा जिले में दो दिवसीय आदिवासी कारीगर मेला आयोजित किया जा रहा है. इस मेले से नए कारीगरों एंव नए उत्पादों की पहचान की जा सकेगी.
मेले के संबंध में शनिवार को वोखा उपायुक्त कार्यालय में NGOs, मुख्य नागरिक समाजों, वोखा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और अन्य के साथ यह एक बैठक आयोजित की गई, जिसमे मेले के सुचारू संचालन के तौर-तरीके तय किए गए.
जनजातीय मूल के उत्पादों के विस्तार पर ध्यान करेगा केंद्रित
वोखा स्किल डेवलपमेंट अधिकारी अनुरंजन सिंह ने मेला के लक्ष्यों और उद्देश्यों को बताया. सिंह बोले मेला पूर्वोत्तर राज्यों के विभिन्न समुदायों के जनजातीय उत्पादकों के आधार और जनजातीय मूल के उत्पादों के विस्तार पर ध्यान केंद्रित करेगा. इस मेले का उद्देश्य व्यक्तियों को सेल्फ ऐम्प्लॉयड बनने के लिए सशक्त बनाना है. साथ ही कहा कि मेले में कारीगर कपड़ा और हथकरघा, धातु शिल्प, आभूषण, जैविक भोजन और पेंटिंग प्रदर्शित कर सकते हैं.
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सिंह ने अनुसूचित जनजाति, एसएचजी, समाज और किसान उत्पादक संगठनों से संबंधित व्यक्तियों से अपने उत्पादों के पर्याप्त सैम्पल लेकर आने का आग्रह किया ताकि चयन समिति उत्पादों का चयन कर सके और उन्हें जनजातियों की आपूर्ति श्रृंखला के दायरे में ला सके.
ई-कॉमर्स पोर्टल पर लगेगी प्रदर्शनी
चयन प्रक्रिया के बाद उत्पादों को खुदरा दुकानों में रखा जाएगा. जिसके बाद उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी और बाद में ई-कॉमर्स पोर्टल पर लगाई जाएगी. आखरी में सिंह ने कहा कि “यह सहयोग जनजातीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही जिले और पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के आदिवासी कारीगरों के लिए आजीविका के अवसरों को मजबूत करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा.”
कारीगरों को पंजीकरण के लिए एसटी प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक और पासपोर्ट फोटो पेश करना हैं.