नामीबियन चीता साशा
Namibian Cheetah Sasha Dies: मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (KNP) में नामीबिया (Namibia) से लाये गए चीतों में से एक मादा चीता ‘साशा’ की किडनी में इंफेक्शन के कारण मौत हो गई. मध्य प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक जे एस चौहान ने बताया कि चीता ‘साशा’ (Sasha) की गुर्दे के समस्या के कारण मृत्यु हो गई क्योंकि उसका क्रिएटिनिन स्तर बहुत अधिक था.
‘साशा’ उन आठ चीतों में शामिल थी जिन्हें 17 सितंबर को नामीबिया से लाकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में शिफ्ट किया गया था. उन्होंने कहा कि मादा चीता की सेहत करीब छह माह से ठीक नहीं थी और हाल ही में उसे इलाज के लिए पृथकवास बाड़े में वापस लाया गया था. उन्होंने कहा कि ‘साशा’ का क्रिएटिनिन स्तर 400 से ऊपर था, जिससे उसकी मौत हो गई. क्रिएटिनिन का स्तर अधिक होना गुर्दे के ठीक तरह से काम नहीं करने का संकेत होता है.
वन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि साशा बीमार थी. उसे बचाने के लिए कोशिश की गई लेकिन इसके बाद भीउसे बचाया नहीं जा सका. अधिकारी ने कहा कि इस काम में नामीबिया से एक्सपर्ट्स भी हमारी मदद कर रहे थे लेकिन वह पहले दिन से ही कमजोर थी.
वन विभाग का कहना है कि नामीबिया से साशा की ट्रीटमेंट हिस्ट्री मंगाई थी. जानकारी के मुताबिक, 15 अगस्त 2022 को नामीबिया में अंतिम खून के नमूने की जांच में क्रिएटिनिन का स्तर 400 से अधिक पाया गया था. बताया गया कि इससे इस तथ्य की पुष्टि होती है कि साशा को किडनी इंफेक्शन भारत आने से पहले से ही था.
पिछले साल नामीबिया से लाया गया था
बता दें कि पिछले साल, नामीबिया से 8 चीतों को लाया गया था और इन्हें पीएम मोदी ने बाड़े में रिलीज किया था. इन चीतों में साशा भी शामिल थी. हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों की दूसरी खेप कूनो नेशनल पार्क लाई गई थी. इनमें सात नर और पांच मादा थीं. जानकारी के मुताबिक, मादा चीता साशा का कूनो नेशनल पार्क में ही पोस्टमॉर्टम किया जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस