नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे
यातायात के बढ़ते दबाव के कारण भारी वाहनों का नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर प्रवेश पर ट्रायल के रुप में रोक लगाने जा रहा है. इस संबंध में डीसीपी ट्रैफिक ने एडवाइजरी जारी की है. इसके अनुसार शुक्रवार से ट्रायल के तौर पर भारी वाहनों को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर सुबह सात 7 से रात 10 बजे तक प्रवेश पर रोक रहेगी. आवश्यक सेवा फल, सब्जी, दूध, दवा, ईंधन से जुड़े आदि वाहनों को जाने की इजाजत रहेगी. इसके लिए मार्ग पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी.
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे
नियमों का उल्लंघन करने पर वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. डीसीपी यातायात अनिल कुमार यादव ने एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर यातायात का दबाव बढ़ गया है. मार्ग पर तीन जगह अंडरपास और सड़क पर री-सर्फेसिंग का काम चल रहा है. इसलिए दिल्ली की तर्ज पर एक्सप्रेस-वे पर इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर सुबह सात से रात 10 बजे तक भारी वाहन चलने नहीं दिए जाएंगे. अभी सुबह 11 से शाम पांच बजे तक चलते रहते हैं. अल्फा कार्मशियल, परी चौक रूट पर भारी वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा.
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे
ट्रैफिक एडवाइजरी के अनुसार ग्रेटर नोएडा के रास्ते नोएडा होकर कालिंदी कुंज, चिल्ला बार्डर, डीएनडी बार्डर से होकर दिल्ली जाने वाले चालकों को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे होते हुए अपने गंतव्य की ओर जाना होगा. भारी वाहनों को ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने से रोका जाएगा. नो एंट्री के कारण कासना से होकर सूरजपुर तक जाने वाले वाले माल वाहक वाहन चालकों को होंडा चौक होते हुए एलजी चौक होकर अपने गंतव्य की ओर जाना होगा.
यातायात का दबाव कम रहेगा
इससे परिचौक, पी-3 चौक, अल्फा कामर्शियल पर यातायात का दबाव कम रहेगा. सिरसा से मकौड़ा और तिलपता तक जाने वाले मार्ग को खुला रखा जाएगा. इसके लिए संबंधित प्राधिकरण की मदद ली जाएगी. आवश्यक सेवाओं फल, सब्जी, दूध, दवा, ईंधन से जुड़े वाहनों को जाने रहेगी अनुमति रहेगी. योजना पूर्ण रूप से लागू करने से पहले संबंधित लोगों को व्यवस्था बनाने के लिए 15 दिन का समय दिया जाएगा.