वित्त मंत्री ने आज अंतरिम बजट पेश किया.
Budget 2024: महिलाओं में तेजी से बढ़ रहे सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. लोकसभा चुनाव से पहले आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का अंतरिम बजट पेश करते हुए मोदी सरकार की कई उपलब्धियों को गिनाया है. इसी के साथ ही कहा कि, हेल्थ सेक्शन में विकास को लेकर बजट में काफी कुछ शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि, सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9-14 साल की लड़कियों का मुफ्त टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा. इस अभियान की शुरुआत मिशन ‘इंद्रधनुष’ के अंतर्गत किया जाएगा.
देखें स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए अंतरिम बजट 2024 की क्या रहीं मुख्य बातें
वित्त मंत्री ने कहा कि, सरकार 9-14 साल के बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन मुफ्त लगाई जाएगी.
आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य कवर सभी आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं तक बढ़ाया जाएगा.
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के संबंध में, एफएम ने कहा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के लिए विभिन्न योजनाओं को तालमेल में लाया जाएगा. आंगनबाड़ियों को उन्नत किया जाएगा.
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इनको सौंपी गई है टीके की जिम्मेदारी
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए Cervavac नाम का टीका बनाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक, HPV के चार उपभेदों – 16, 18, 6 और 11 से सुरक्षा प्रदान करता है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, SII के सीईओ अदर पूनावाला ने इसको लेकर पहले ही कहा था कि वैक्सीन की कीमत 200-400 रुपये पर डोज होगी. इसी के साथ ही ये भी जानकारी दी थी कि, जो सर्वाइकल के वैक्सीन जो मार्केट में उपलब्ध हैं. उन वैक्सीन की कीमत 2,500-3,300 रुपये प्रति डोज है.
सबसे पहले सिक्किम में शुरू हुआ है ये अभियान
मालूम हो कि सिक्किम सरकार 2016 से ही इस टीकाकरण को लेकर अभियान चला रही है. GAVI नाम के वैक्सीन खरीदकर 9 से 14 साल की उम्र की लड़कियों को ये वैक्सीन लगवाई जा रही है. अगर सिक्किम सरकार का डेटा देखे तो इस अभियान के तहत 97% लड़कियों का टीकाकरण किया जा चुका है. अब वे इसे नियमित टीकाकरण के हिस्से के रूप में प्रदान करते हैं और लगभग 88-90% प्रतिशत तक किया जाएगा है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने भी सिक्किम की तरह अपने राज्य में यह अभियान शुरू कर चुकी है, लेकिन दिल्ली में एचपीवी टीकाकरण कार्यक्रम सफल नहीं हो सका, क्योंकि राज्य सरकार के सरकारी हॉस्पिटल में से केवल एक में ही ये टीके उपलब्ध थे.
-भारत एक्सप्रेस