Parliament Attack: देश की सबसे बड़ी पंचायत यानी संसद में अचानक आज दो युवक विजिटर गैलरी के जरिए घुसे और हंगामा काट दिया. उन्होंने रंगीन स्मोक छोड़कर पूरी संसद धुआं-धुआं कर दिया. इस मामले के तुरंत बाद ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस दौरान ही पुलिस सूत्रों का यह भी कहना था कि गुरुग्राम में 6 लोगों ने मिलकर इस घटना की साजिश रची थी. वहीं अब सामने आया है कि इस केस में ही दो लोगों को गुरुग्राम से हिरासत में लिया गया है, हिरासत में लिए गए शख्स का नाम विक्की शर्मा है. जबकि उसकी पत्नी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है.
जानकारी के मुताबिक संसद की सुरक्षा चूक मामले कुल छह लोग शामिल थे. दो लोकसभा के अंदर पकड़े गए और दो संसद के बाहर, जबकि दो अन्य लोग फरार बताए जा रहे हैं. अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विक्की शर्मा औऱ उसकी पत्नी ही अन्य दो फरार लोग हैं जिनकी पुलिस को तलाश थी. बताया जाता है कि सभी आरोपी गुरुग्राम में रुके थे. अब जांच एजेंसियां इसकी जांच में जुटी है. इनके नाम सागर, विक्रम, ललित, नीलम, अमोल और मनाेरंजन है. इन सभी 6 लोगों ने गुरुग्राम में देर रात मीटिंग की थी. ये घर विक्रम का था. जहां पर पार्लियामेंट के अंदर घुसने की साजिश रची गई थी.
पुलिस कर रही है हर पहलू की जांच
पुलिस को कुछ लोगों के मोबाइल फोन नहीं मिले हैं. आरोपियों के मोबाइल फोन की बरामदगी से काफी चीजें बाहर निकल सकती हैं. बता दें कि पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली केन लेकर संसद भवन के अंदर और बाहर प्रदर्शन करने वाले चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में तीन पुरुष और एक महिला शामिल है. गिरफ्तार किए गए चारों लोग अलग-अलग शहर से हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर अलग-अलग शहर के होने के बावजूद ये लोग कैसे एक-दूसरे को जानते थे और इनका मकसद क्या है.
किसी संगठन ने नहीं है लिंक
दिल्ली पुलिस द्वारा चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. अब उनसे एंटी टेरर यूनिट और खुफिया एजेंसियों के आलाधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. शुरुआती जांच में पता चला है कि संसद के बाहर से पकड़े गए नीलम और अमोल के पास कोई फोन नहीं था और न ही उनके किसी तरह का कोई पहचान पत्र और बैग था. पूछताछ में उन्होंने बताया है कि उनका किसी संगठन से लिंक नहीं है वो खुद प्रेरित होकर संसद में पहुंचे थे.
-भारत एक्सप्रेस