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Parliament: सुरक्षा चक्रव्यूह तोड़ने वालों में 4 नहीं…6 लोग थे शामिल, खुफियां एजेंसियों को पहले ही मिला इनपुट! 2 अभी भी फरार

Parliament: सुत्रों के मुताबिक, इस पूरे घटनाक्रम में 4 नहीं बल्कि कुल 6 लोग शामिल थे. जिसमें से 2 लोग अभी भी फरार हैं.

संसद में हुई सुरक्षा में चूक

Parliament Security Breach: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा की कार्यवाही के समय अचानक से दो लोग दर्शक दीर्घा से कूदकर नीचे आ गए. इसके बाद ही सदन में अफरा-तफरी मच गई. हालांकि जब वह दो लोग ऊपर से कूदकर स्पीकर ओम बिरला की तरफ आगे बढ़ने लगे तो कुछ सांसदों ने उनको पकड़ लिया और जमकर उनकी पिटाई लगा दी. लेकिन इस बीच उन्होंने अपने जूते से कुछ सप्रे निकाला, जिससे पूरी संसद में धुंआ हो गया. इसके अलावा संसद के बाहर भी दो लोगों ने कुछ इसी तरह का धुंआ फैला दिया. जिसके बाद बाहर भी अफरा-तफरी का माहौल हो गया.

फिलहाल इन चारों लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और इनसे पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा इस घटना पर सियासत भी शुरू हो गई है. इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने भी संसद की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाना शुरू कर दिया है. लेकिन इस बीच एक जानकारी सामने आई है कि इस तरह की घटना को लेकर खुफिया एजेंसियों को पहले ही इनपुट मिला था.

घटनाक्रम में 4 नहीं 6 लोग शामिल

सुत्रों के मुताबिक, इस पूरे घटनाक्रम में 4 नहीं बल्कि कुल 6 लोग शामिल थे. जिसमें से 2 लोग अभी भी फरार हैं. दरअसल, इंटेलिजेंस ब्यूरो ने खुफिया एजेंसियों और दिल्ली पुलिस को पहले ही इस तरह की घटना को लेकर इनपुट दे दिया था ताकि इस तरह की घटना को रोका जा सके. लेकिन सवाल वही है कि इनपुट के बाद यह घटना कैसे घट गई. वैसे तो इस इनपुट के बाद संसद और आसपास की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई थी, लेकिन दो लोग सुरक्षा को तोड़कर संसद के अंदर घुस गए और दो लोग बाहर रहे.

दोनों लोगों के पास नहीं थे पहचान पत्र

दिल्ली पुलिस द्वारा चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. अब उनसे एंटी टेरर यूनिट और खुफिया एजेंसियों के आलाधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. शुरुआती जांच में पता चला है कि संसद के बाहर से पकड़े गए नीलम और अमोल के पास कोई फोन नहीं था और न ही उनके किसी तरह का कोई पहचान पत्र और बैग था. पूछताछ में उन्होंने बताया है कि उनका किसी संगठन से लिंक नहीं है वो खुद प्रेरित होकर संसद में पहुंचे थे. इसके अलावा जांच में पता चला है कि इसमें कुल 6 लोग शामिल थे. जिसमें से 2 संसद के अंदर पकड़े गए और 2 बाहर, बचे हुए दो अभी फरार हैं.

गुरुग्राम में रचि थी साजिश

जांच में पता चला है कि इनमें से पांच आरोपी गुरुग्राम में एक ही जगह पर रूके हुए. बताया जा रहा है कि यह सभी सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े थे. वहीं गुरुग्राम में इन पांचों आरोपियों की रुकने व्यवस्था ललित नाम के शख्स ने रची थी. लेकिन छठे शख्स की जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है. गुरुग्राम में ही इन पांचों ने पूरी साजिश रची. बताया जा रहा है कि उनकी प्लानिंग सिर्फ विरोध करने की थी. लेकिन सवाल वही है कि संसद की सुरक्षा व्यवस्था को इन्होंने कैसे तोड़ा और अपने काम में कामयाब भी हो गए.

– भारत एक्सप्रेस



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