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शताब्दी समारोह में बोले पीएम मोदी- गीता प्रिंटिंग प्रेस सिर्फ संस्था नहीं बल्कि जीवंत आस्था है

पीएम मोदी ने गीता प्रेस के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार का मेरा गोरखपुर का दौरा विकास भी-विरासत भी की नीति का अद्भुत उदाहरण है.

गीता प्रेस के शताब्दी समारोह को पीएम ने किया संबोधित

PM Modi Gorakhpur Visit: पीएम मोदी ने गीता प्रेस के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार का मेरा गोरखपुर का दौरा विकास भी-विरासत भी की नीति का अद्भुत उदाहरण है. गीता प्रेस के इस कार्यक्रम के बाद मैं गोरखपुर रेलवे स्टेशन जाऊंगा. आज से ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण का काम भी शुरू होने जा रहा है.

वंदे भारत ट्रेन ने देश के मध्यम वर्ग को सुविधा और सहुलियत की एक नई उड़ान दी है. आज देश के कोने-कोने से नेता मुझे चिट्ठियां लिखकर कहते हैं कि हमारे क्षेत्र से भी वंदे भारत ट्रेन चलाइए. ये वंदे भारत का क्रेज है. गीता प्रेस विश्व का ऐसा एकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ एक संस्था नहीं बल्कि एक जीवंत आस्था है.गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों लोगों के लिए किसी मंदिर से जरा भी कम नहीं है.

1923 में गीता प्रेस के रूप में यहां आध्यात्मिक ज्योति प्रज्ज्वलित हुई

1923 में गीता प्रेस के रूप में यहां जो आध्यात्मिक ज्योति प्रज्ज्वलित हुई, आज उसका प्रकाश पूरी मानवता का मार्गदर्शन कर रहा है. हमारा सौभाग्य है कि हम सभी इस मानवीय मिशन की स्वर्ण शताब्दी के साक्षी बन रहे हैं.

गीता प्रेस भारत को जोड़ती है, भारत की एकजुटता को सशक्त करती है

गीता प्रेस जैसी संस्था सिर्फ धर्म और कर्म से ही नहीं जुड़ी है बल्कि इसका एक राष्ट्रीय चरित्र भी है. गीता प्रेस भारत को जोड़ती है, भारत की एकजुटता को सशक्त करती है. गीता प्रेस अलग-अलग भाषाओं में भारत के मूल चिंतन को जन-जन तक पहुंचाती है. गीता प्रेस एक तरह से ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना का प्रतिनिधित्व करती है.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि ये समय गुलामी की मानसिकता से मुक्त होकर अपनी विरासत पर गर्व करने का है. आज एक ओर भारत डिजिटल टेक्नोलॉजी में नए रिकॉर्ड बना रहा है, तो साथ ही, सदियों बाद काशी में विश्वनाथ धाम का दिव्य स्वरूप भी देश के सामने प्रकट हुआ है.

-भारत एक्सप्रेस

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