प्रधानमंत्री मोदी
Varansi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हैं. अपने वाराणसी दौरे के दौरान पीएम ने कई परियोजनाओं की शुरुआत किया.वाराणसी में पीएम ने 1780 करोड़ रुपये लागत की 29 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. इनमें से नौ परियोजनाओं का PM ने जहां शिलान्यास किया वहीं 20 का लोकार्पण किया.
PM मोदी ने ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और उच्च रोकथाम प्रयोगशाला का शिलान्यास किया. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे की आधारशिला भी रखी. जानकारों की माने तो यह देश का पहला सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट रोप-वे है. जब ये बनकर तैयार हो जाएगा तो कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक का सफर किया जा सकता है. वहीं, पहले चरण के बाद रोप-वे का विस्तार भी किया जाएगा है. जिसके बाद काशी विश्ननाथ मंदिर और दशाश्वमेघ घाट तक की यात्रा इसके जरिए की जा सकती है.
काशी को मिलेगी सौर उर्जा परियोजना की सौगात
पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में सौर ऊर्जा परियोजना का लोकार्पण भी किया. बताया जा रहा है कि इससे जलकल विभाग द्वारा की जा रही ऊर्जा की खपत में काफी कमी आएगी. इस पूरी परियोजना की लागत 17.24 करोड़ रुपये बताई जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए 14,400 स्क्वायर मीटर में लगभग 3700 से ज्यादा सोलर पैनल लगाए गए हैं.
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PM करेंगे यात्रा पथ के पुनर्विकास का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में 3 अंतर्गृही यात्रा पथ के पुनर्विकास का उद्घाटन किया. भगवान शंकर के त्रिशूल के आकार के अनुसार तीन खंडों में बसी काशी, जिसमें अलग-अलग खंडों के नाम विशेश्वर खंड, केदारेश्वर खंड और ओंकारेश्वर खंड हैं. इन तीनों खंडों में 300 से ज्यादा मंदिर मौज़ूद हैं, इन्हीं खंडों की अंतरगृही परिक्रमा करने के लिए इस परियोजना का शुभारंभ किया गया. इसके साथ ही उन्होंने लगभग 180 करोड़ की 19 परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया. इनमें ATC टावर, वाराणसी में पुलिस विभाग की इमारतें और स्मार्ट सिटी से जुड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण किया. वहीं उन्होने शुरुआत में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में PM मोदी टीबी मुक्त पंचायत अभियान का शुभारंभ किया.
फ्लोटिंग जेट्टी और प्राकृतिक खेती
काशी में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत फ्लोटिंग जेट्टी का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावा गंगा नदी के दोनों किनारे पांच किलोमीटर के दायरे में प्राकृतिक खेती के लिए भी योजनाओं का शुभारंभ किया गया.