अमित शाह
मीडिया एजेंसी एएनआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज देश के कई मुद्दों पर खुलकर बात की. चाहे वह अरविंद केजरीवाल से जुड़ा मामला हो या फिर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की या फिर अन्य घटनाएं अमित शाह ने सबपर जवाब दिया. सुप्रीम कोर्ट द्वारा अरविंद केजरीवाल को अंतरिम ज़मानत दिए जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “मेरा मानना है कि यह कोई नियमित निर्णय नहीं है. इस देश में बहुत से लोग मानते हैं कि स्पेशल ट्रीटमेंट दिया गया है.” गृह मंत्री अमित शाह से जब अरविंद केजरीवाल की रिहाई और INDIA गठबंधन के लिए प्रचार के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, “अभी वे(अरविंद केजरीवाल) दूसरे मामले (स्वाति मालीवाल पर हमला) में फंसे हैं, उन्हें इससे मुक्त होने दीजिए फिर देखते हैं क्या होता है.” मीडिया एजेंसी एएनआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, अमित शाह ने कहा कि मामले में फैसला कोई नियमित न्यायिक आदेश नहीं था.
PoK भारत का हिस्सा है और इसपर हमारा अधिकार है
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने कहा, ” PoK भारत का हिस्सा है और इसपर हमारा अधिकार है, इसको कोई झुठला नहीं सकता. फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस के नेता आज कह रहे हैं कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है. PoK की मांग न करिए. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 130 करोड़ की आबादी वाला देश क्या किसी से डरकर अपने अधिकार जाने देगा. राहुल गांधी को बताना चाहिए कि पाकिस्तान के सम्मान की बात करके उनकी पार्टी के लोग क्या कहना चाहते हैं?”
काशी विश्वनाथ मंदिर और कृष्ण जन्मभूमि को लेकर कही ये बात
काशी विश्वनाथ मंदिर और कृष्ण जन्मभूमि पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “ये दोनों मामले अदालत के समक्ष हैं. कोर्ट ने भी इसका संज्ञान लिया है। इस पर मेरा कुछ भी कहना उचित नहीं होगा. कोर्ट के फैसले के बाद ही हमने राम मंदिर बनाने का फैसला किया.”
..राहुल को बताना चाहिए था कि
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वायनाड (केरल) और राबरेली (उत्तर प्रदेश) से #LokSabhaElections2024 लड़ने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “कोई भी कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है लेकिन राहुल गांधी को चुनाव से पहले कहना चाहिए था कि वे 2 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. मुझे लगता है कि लोकतांत्रिक दृष्टिकोण से इसे छिपाना सही नहीं है. उन्हें वायनाड के लोगों को इसके बारे में बताना चाहिए था. जब आप चुनाव के बाद के सर्वेक्षण में खतरा देखते हैं और फिर आप रायबरली आते हैं, मुझे लगता है यह सही नहीं है.”
400 पार के नारे को विपक्ष ने कम दूर की दृष्टि से देखा
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने कहा, “हमारे 400 पार के नारे को विपक्ष ने कम दूर की दृष्टि से देखकर इसका राजनीतिकरण करने की कोशिश की है. मैं निश्चित रूप से मानता हूं कि स्थिर सरकारें देश को ताकत देती हैं, स्थिर सरकारें निर्णायक कदम उठाने में सहायक होती हैं, स्थिर सरकारें गरीबों का कल्याण करने में सहायक होती हैं, स्थिर सरकारें आतंकवाद और नक्सलवाद जैसे खतरों को कुचल देने में सहायक होती हैं और स्थिर सरकारें देश के एजेंडे और स्थिति को दुनिया में बदलने में भी सहायक होती हैं.”
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संदेशखाली घटना पर अमित शाह ने कही ये बात
संदेशखाली घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “ममता बनर्जी ने एक कार्यशैली विकसित की है कि पहले जुल्म करो और जब लोग इस बारे में बात करें तो छुपाओ और फिर दोबारा जुल्म करो. सन्देशखाली इसका उदाहरण है. एक महिला मुख्यमंत्री की नाक के नीचे धर्म के आधार पर महिलाओं के साथ दुष्कर्म होता है और वे चुप बैठी हैं? उच्च न्यायालय को हस्तक्षेप करना पड़ा, फिर भी (पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा) कोई जांच नहीं हुई और फिर मामला CBI के पास गया. उन्हें शर्म आनी चाहिए.”