पूजा खेड़कर.
Puja Khedkar Controversy: बर्खास्त ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर UPSC द्वारा उम्मीदवारी रद्द करने के फैसले को चुनौती दी है. इस याचिका में जिन संस्थाओं की ओर से पूजा खेड़कर को नोटिस जारी किया गया था, उन्हें पूजा खेड़कर ने पार्टी बनाया है. खेड़कर ने डीओपीटी, यूपीएससी, लबसाना, महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, पुणे कलेक्टर को पार्टी बनाया गई.
बता दें कि पूजा खेड़कर को यूपीएससी के नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया था. इसके बाद उनके चयन को रद्द कर दिया गया था. इतना ही नहीं, पूजा खेड़कर की मां के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. उनकी मां को किसान को धमकाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत को पटियाला हाउस कोर्ट ने खारिज कर दिया था और कोर्ट ने यूपीएससी को जांच का दायरा बढ़ाने के लिए कहा था.
जो गलत प्रमाण पत्र पर फायदा
कोर्ट ने यह भी कहा था कि पता लगाए कि यूपीएससी के अंदर का कोई व्यक्ति भी शामिल है क्या. साथ ही कोर्ट ने कहा था कि क्या और भी ऐसे लोग हैं जो गलत प्रमाण पत्र पर फायदा उठाया है. दिल्ली पुलिस की ओर से पेश स्पेशल पीपी अतुल श्रीवास्तव ने कहा था कि अगर पूजा खेड़कर को अग्रिम जमानत दी गई तो वो जांच को प्रभावित कर सकती है. वहीं पूजा खेडकर की ओर से पेश वकील बीना माधवन ने कहा था कि यूपीएससी ने जालसाजी, धोखाधड़ी का जो आरोप लगाया है, वह आरोप झूठा है.
खेडकर के वकील ने कोर्ट से यह भी कहा था कि पूजा खेडकर के खिलाफ कार्रवाई इसलिए की गई, क्योंकि उन्होंने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी. खेडकर के वकील ने कहा था कि यौन उत्पीड़न मि शिकायत के कारण ही उनके खिलाफ यह सब किया जा रहा है. खेडकर के वकील ने यह भी कहा था कि मेरे खिलाफ कथित अपराध आईटी अधिनियम, आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम के साथ धारा 420, 464, 465 के तहत FIR दर्ज की गई है.
अग्रिम जमानत याचिका खारिज
ASJ देवेंद्र कुमार जंगाला की कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका खारिज की थी. पूजा की वकील ने कहा था कि मामले की शिकायत यूपीएससी द्वारा जालसाजी, धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए की गई है. यूपीएससी ने अपने एफआईआर में कहा है कि यूपीएससी 2022 की उम्मीदवार मिस पूजा मनोरमा दिलीप खेड़कर की जांच की गई है.
यूपीएससी ने इसी नाम से पुलिस में एफआईआर भी दर्ज कराई है. इसके अलावा यूपीएससी ने नोटिस में पूजा खेड़कर की प्राइवेट ऑडी कार का भी जिक्र किया गया है. पूजा खेड़कर के दस्तावेजों के मुताबिक पहले अपने नाम के आगे डॉक्टर लिखा था जिसे बाद में हटा दिया था और वर्ष 2020 में उन्होंने किसी अन्य नाम से यूपीएससी परीक्षा के लिए आवेदन किया था.
-भारत एक्सप्रेस