अतीक अहमद और अशरफ अहमद (फाइल फोटो-सोशल मीडिया)
Atiq -Ashraf Ahmed: माफिया अतीक के भाई अशरफ के करीबी सफेदपोश बिल्डर पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जल्द ही उससे पूछताछ की योजना बनाई जा रही है. बता दें कि अशरफ ने जमीन के धंधे और काली कमाई को सफेद करने के लिए सफेदपोश बिल्डरों का एक सिंडिकेट बना रखा था. मिली जानकारी के मुताबिक, अशरफ के इसी सिंडीकेट ने गौसपुर कटहुला इलाके में 90 बीघा जमीन में प्लॉटिंग कर उसे बेच दी थी, लेकिन इसकी जानकारी मिलने के बाद ही पीडीए ने कार्रवाई की और अवैध निर्माण ध्वस्त कर एफआईआर दर्ज करा दी थी.
बता दें कि उमेश हत्याकांड मामले में अतीक और अशरफ का नाम सामने आने के बाद से ही प्रयागराज में जिला प्रशासन लगातार इन लोगों की काली कमाई को लेकर जांच कर रही है. हालांकि दोनों को बदमाशों ने गोली मारकर अप्रैल में हत्या कर दी थी, लेकिन इसके बाद भी पुलिस व प्रशासन लगातार जांच कह रहा है तो वहीं इन लोगों से जुड़े लोगों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. इसी क्रम में अशरफ के इस सिंडीकेट की जांच ईडी और ऑपरेशन ऑक्टोपस की टीम लगातार कर रही है. इसी दौरान एक चौंकाने वाला तथ्य भी सामने आया है कि सिंडिकेट में इन्कम टैक्स विभाग का एक अफसर भी शामिल है. सिंडिकेट की जितनी कंपनियां हैं, सबका पता इनकम टैक्स अफसर के घर का है. इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही विस्तृत पूछताछ की जाएगी.
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इनकम टैक्स विभाग का अधिकारी भी है शामिल
बता दें कि ईडी ने अतीक अहमद गैंग के करीबी बिल्डरों और ठेकेदारों के साथ ही बड़े व्यापारियों के घर कुछ महीने पहले छापा मारा था. इस दौरान लूकरगंज के रहने वाले अतुल द्विवेदी के घर छापे में ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे. इन दस्तावेजों से जानकारी सामने आई थी कि अतुल और उसके पार्टनरों ने पांच कंपनियां बनाई थीं और इन सभी पर नोएडा स्थित एक घर का पता दर्ज था. तो वहीं ईडी को जांच में आगे पता चला है कि जो पता पांचों कम्पनियों के दस्तावेजों में दर्ज है वह घर इनकम टैक्स विभाग के एक अधिकारी का है. तो दूसरी ओर अतुल द्विवेदी का एक बिजनेस पार्टनर है, जिसकी पत्नी ने एक बार अशरफ की जमानत ली थी.
अशरफ के नाम पर हो रही थी प्लाटिंग
ईडी और ऑपरेशन ऑक्टोपस की टीम को फिलहाल मामले से जुडे़ सभी दस्तावेज मिल चुके हैं. अब जल्द ही इन लोगों से पूछताछ करने की तैयारी की जा रही है और ये भी सामने आ चुका है कि इन कंपनियों के निदेशकों के अशरफ से संबंध थे और वे अशरफ के नाम पर ही बड़ी-बड़ी प्लॉटिंग किया करते थे. दूसरी ओर उमेश हत्याकांड मामले में फरार अतीक की बहन आयशा के मेरठ स्थित घर की कुर्की करने के बाद अब अतीक की बीवी शाइस्ता और अरमान के खिलाफ भी कुर्की की कार्रवाई को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है.
अशरफ की काली कमाई करते थे सफेद
तो वहीं ईडी को जांच में पता चला है कि अशरफ की काली कमाई को सफेद करने का काम भी यही सिंडिकेट किया करता था. तो वहीं जिस इनकम टैक्स अधिकारी का जिक्र सामने आया, उसे अतुल द्विवेदी का रिश्तेदार बताया जा रहा है. उसी के माध्यम से इनकम टैक्स अफसर इस सिंडिकेट के संपर्क में आया. इसी के साथ पुलिस को ये भी मालूम चल चुका है कि, इस सिंडिकेट ने कहां-कहां प्लॉटिंग की है. तो वहीं अधिकारियों का कहना है कि, पूछताछ करने से पहले पुलिस दस्तावेजों को जुटा रही है. पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही सिंडिकेट के सभी सदस्यों से पूछताछ की जाएगी.
आयशा नूरी की बेटी के खिलाफ भी जांच जारी
बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड मामले में माफिया अतीक की बहन आयशा नूरी का नाम भी शामिल है. फिलहाल आयशा फरारा है, लेकिन उसके पति को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है और अब बेटी के खिलाफ सुबूत जुटाए जा रहे हैं. उसके खिलाफ भी कार्रवाई पुलिस कर सकती है. मालूम हो कि उमेश पाल की हत्या के बाद गुड्डू मुस्लिम आयशा नूरी के मेरठ स्थित घर में पनाह लेने पहुंचा था, जिसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया था. इसमें गुड्डू मुस्लिम का स्वागत करते आयशा का पति डॉ. अखलाक दिख रहा था तो वहीं आयशा की बेटी भी गुड्डू के लिए खाने-पीने का बंदोबस्त करती दिखाई दे रही थी. घटना के बाद आयशा और उसकी बेटी प्रयागराज भी आई थीं. दोनों को कई बार साथ में देखा गया था. इस मामले में जब आयशा को नामजद किया गया तो उसकी बेटी भी साथ में ही फरार हो गई थी. जानकारी के मुताबिक, आयशा की बेटी के साथ अतीक के बेटे असद का निकाह होने वाला था, लेकिन इससे पहले ही उमेश पाल हत्याकांड हो गया और अतीक के पूरे कुनबे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद कार्रवाई शुरू हो गई. पुलिस का कहना है कि आयशा की बेटी के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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