पुलवामा हमले में शहीद जवानों की वीरांगनाएं
Rajasthan: राजस्थान में पुलवामा हमले में शहीद जवानों की वीरांगनाओं का धरना प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा. पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले जवानों की वीरांगनाओं ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट के घर के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान एक वीरांगना ने कहा, “हमें पता कि हमारा घर कैसे चल रहा है. हम अपने देवर को नौकरी दिलाना चाहते हैं इसमें क्या हम मुख्यमंत्री के बेटे की नौकरी छीन रहे हैं?”
इसके बाद सचिन पायलट के आवास से प्रदर्शनकारी महिलाओं ने अचानक सीएम आवास की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया. एक तरफ, इन वीरांगनाओं का प्रदर्शन जारी है तो दूसरी तरफ, पुलिस ने रास्ते में अवरोधक लगा दिए हैं.
सचिन पायलट के घर के बाहर कई दिनों से पुलवामा हमले में शहीद हुए तीन सीआरपीएफ जवानों की वीरांगनाएं धरने पर बैठी हैं. उनकी मांग है कि गांधी परिवार के किसी सदस्य से उनकी मुलाकात कराई जाए. वीरांगनाओं का कहना है कि जब तक गांधी परिवार के किसी सदस्य से उनकी मुलाकात नहीं कराई जाती, वे धरना जारी रखेंगी.
एक वीरांगना का कहना था कि जब यहां हमारी सुनवाई नहीं हो रही है तो हम सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात कर उनके सामने अनी बात रखना चाहते हैं. इसके पहले, सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा था और धरने पर बैठीं वीरांगनाओं की मांगे मानने का अनुरोध किया था.
राजस्थान: पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले जवानों की वीरांगनाओं ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट के घर के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
एक वीरांगना ने कहा, "हमें पता कि हमारा घर कैसे चल रहा है। हम अपने देवर को नौकरी दिलाना चहाते हैं इसमें क्या हम मुख्यमंत्री के बेटे की नौकरी छीन रहे?" pic.twitter.com/FxcZ0GIUvI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 9, 2023
किरोड़ी लाल मीणा बोले- मिल नहीं रहे सीएम
वहीं भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का कहना था कि प्रदर्शन करने वाली वीरांगनाएं केवल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलना चाहती हैं लेकिन वह 10 दिनों से नहीं मिल रहे हैं. बीजेपी सांसद ने कहा कि हम नहीं चाहते कि प्रदर्शन उग्र हो. गुर्जर आंदोलन में 13 मृतक परिवारों में देवर, भतीजों आदि सदस्यों को नौकरी दी गई थी. अगर उन परिवारों को नौकरी दी जा सकती है तो इन्हें देने में क्या दिक़क्त है? इसके पहले, बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल कलराज मिश्रा को ज्ञापन सौंपा था.
-भारत एक्सप्रेस