किसान आंदोलन के दौरान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी।
Shubhkaran Singh death news: 22 वर्षीय किसान शुभकरण सिंह की पुलिस से झड़प में हुई मौत की जांच हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज से करवाने के पंजाब—हरियाणा हाइकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान वकील द्वारा कोर्ट को बताया गया कि हाईकोर्ट इस मामले में मई में सुनवाई करेगा। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 12 जुलाई तक के लिए टाल दिया है।
दरअसल, हाईकोर्ट में जांच करने वाली समिति में 6 माह का समय मांगा है, जिस पर हाईकोर्ट में मई में सुनवाई होनी है। पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने हाइकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि रिटायर्ड हाइकोर्ट के जज की अध्यक्षता में जो कमेटी बनी है उसमें हरियाणा और पंजाब दोनों के ADGP रैंक के अधिकारी की शामिल है, जिससे लोगों का कानून व्यवस्था पर विश्वास मजबूत होगा।
झड़प के दौरान 12 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। मामले में पंजाब सरकार पहले ही शून्य प्राथमिकी में हत्या का मामला दर्ज कर चुकी है। बता दें कि पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर एक युवा किसान की मौत हो गई थी। मरने वाले की पहचान शुभकरण सिंह के रूप में हुई थी। 22 साल का शुभकरण बठिंडा में रायपुरा इलाके के बल्लो गांव का रहने वाला था। उसके सिर के पिछले हिस्से में गोली लगने जैसा निशान मिला था।
शुभकरण सिंह बठिंडा के बल्लो गांव में रहने वाले चरणजीत सिंह का बेटा था। वह अपनी दो बहनों का इकलौता भाई था। गौरतलब है कि फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के वास्ते संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (KMMA) ने ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन का आहवान किया था।
— भारत एक्सप्रेस