राहुल गांधी.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे. कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, “कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाया गया है.” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर हुई बैठक ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की बैठक में राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने को लेकर फैसला लिया गया.
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी के इस फैसले की जानकारी लोकसभा में प्रोटेम स्पीकर को दी है. सोनिया गांधी ने ‘प्रोटेम स्पीकर’ भर्तृहरिमहताब को पत्र लिखकर बताया है कि राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे.
इंडिया ब्लॉक की बैठक में लिया गया फैसला
18वीं लोकसभा के उद्घाटन सत्र के दूसरे दिन आज मंगलवार को विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निवास पर अपने फ्लोर नेताओं की बैठक की. बैठक में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल और इंडिया ब्लॉक के अन्य नेता मौजूद थे. बैठक के दौरान राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर फैसला लिया गया.
10 साल से नहीं था कोई भी नेता विपक्ष
लोकसभा में पिछले 10 वर्षों में विपक्ष का नेता नहीं था, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के अलावा कोई भी राजनीतिक दल विपक्ष के नेता को नामित करने के लिए आवश्यक न्यूनतम लोकसभा सीटें हासिल करने में सक्षम नहीं था. लोकसभा की कुल संख्या के दसवें हिस्से से कम सीटें न रखने वाले सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता को विपक्ष के नेता के रूप में मान्यता दी जाती है.
कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनावों में 52 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. लेकिन यह अपेक्षित संख्याओं से तीन कम था. 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद, कांग्रेस चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी सीटों की संख्या 52 से बढ़ाकर 99 कर ली. वहीं इंडिया ब्लॉक की कुल सीटों की संख्या 234 है.
रायबरेली और वायनाड दोनों लोकसभा क्षेत्रों से जीत हासिल की
राहुल गांधी को विपक्ष का नेता घोषित किए जाने की घोषणा लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव से एक दिन पहले हुई है. राहुल गांधी ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में रायबरेली और वायनाड दोनों लोकसभा क्षेत्रों से जीत हासिल की. राहुल गांधी ने वायनाड से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की एनी राजा को हराकर 364422 मतों के अंतर से जीत हासिल की, वहीं रायबरेली में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के दिनेश प्रताप सिंह को हराकर रायबरेली से 390030 मतों के अंतर से जीत हासिल की. वहीं आज राहुल गांधी ने संविधान की एक प्रति हाथ में लेकर संसद सदस्य के रूप में शपथ ली.
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नेता विपक्ष के रूप में मिलेंगी ये सुविधाएं
राहुल गांधी लोक लेखा (अध्यक्ष), सार्वजनिक उपक्रम, अनुमान और कई संयुक्त संसदीय समितियों जैसी महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य होंगे. वह केंद्रीय सतर्कता आयोग, केंद्रीय सूचना आयोग, सीबीआई, एनएचआरसी और लोकपाल जैसे वैधानिक निकायों के प्रमुखों की नियुक्ति के लिए जिम्मेदार विभिन्न चयन समितियों का सदस्य होने के हकदार हैं. दोनों सदनों में विपक्ष के नेता को संसद अधिनियम, 1977 में विपक्ष के नेता के वेतन और भत्ते के तहत वैधानिक मान्यता दी गई थी और वे कैबिनेट मंत्री के बराबर वेतन, भत्ते और अन्य सुविधाओं के हकदार हैं.