सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या
Swami Prasad Maurya: समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ रायबरेली की कोतवाली पुलिस में एक वीडियो के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें कथित तौर पर उन्हें भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते दिखाया गया है. स्वामी प्रसाद के खिलाफ इस साल दर्ज की गई यह चौथी एफआईआर है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मिले मुलायम कांशी राम” और भीड़ को वाक्य पूरा करने के लिए यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “हवा में उड़ गए जय श्री राम”
स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान से दुकी होकर एक हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता मारुत त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि “मौर्य की इस तरह की टिप्पणी से माहौल खराब हो रहा है और सांप्रदायिक हिंसा भड़क रही है”.
रायबरेली (शहर) सर्कल अधिकारी, वंदना सिंह ने कहा कि “सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद (Swami Prasad Maurya) मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है.”
बता दें कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने तीन अप्रैल को रायबरेली के एक निजी कॉलेज में सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण करने के दौरान कथित रूप से आपत्तिजनक नारा लगाया था.
सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को अखिलेश की जनसभा में "मुलायम-कांशी राम हवा में उड़ गए जय श्री राम" का नारा लगाना भारी पड़ गया और रायबरेली में इनके खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी का केस दर्ज कराया गया.@SwamiPMaurya #UPNews #swamiprasadmaurya #raebareli pic.twitter.com/9iAYKchbnU
— Bharat Express (@BhaaratExpress) April 6, 2023
गौरतलब है कि बीते दिनों सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. तुलसीदास ने इसे अपनी खुशी के लिए लिखा था. करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते. उन्होंने सरकार से इस पर प्रतिबंध तक लगाने की मांग तक कर दी. मौर्य ने रामचरितमानस को बकवास बताते हुए इसकी कुछ चौपाइयां हटवाने की मांग की थी.
-भारत एक्सप्रेस