योगी सरकार ने केंद्र को भेजा प्रस्ताव
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी जातीय समीकरण को साधने में जुटी हुई है. इसी के तहत हाल ही में सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को भी एनडीए के पाले में खींच लिया है. ओमप्रकाश राजभर ने एनडीए में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. जिसमें उन्होंने राजभर समाज को एसटी का दर्जा दिलाए जाने की मांग की थी. ओपी राजभर की इस मांग पर अब योगी सरकार ने कवायद शुरू कर दी है. राजभर समाज को एसटी का दर्जा देने के पहले सरकार ने राज्य के कई जिलों में सर्वे भी कराया है.
योगी सरकार ने केंद्र को भेजा प्रस्ताव
अब योगी सरकार राजभर जाति को एसटी का दर्जा देने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है. ओमप्रकाश राजभर ने भी एनडीए का हिस्सा के बनने के बाद बयान दिया था कि जल्द ही राजभर समुदाय को एसटी का दर्जा दिए जाने को लेकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव योगी सरकार की तरफ से भेजा जाएगा.
कई राज्यों में राजभर बिरादरी एसटी में शामिल
ओमप्रकाश राजभर का कहना है कि राजभर बिरादरी को उत्तर प्रदेश में ओबीसी में रखा गया है. वहीं महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में राजभर समुदाय को ST का दर्जा दिया गया है. ऐसे में यूपी में रहने वाले राजभर समुदाय को भी एसटी में शामिल किया जाना चाहिए. इसके लिए प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने का फैसला किया.
सपा के साथ मिलकर लड़ा था चुनाव
गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर 2017 में एनडीए का हिस्सा थे और विधानभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था, बाद में योगी सरकार में मंत्री बने थे, लेकिन जब उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया तो नाराज होकर गठबंधन से खुद को अलग कर लिया और समाजवादी पार्टी के साथ हाथ मिला लिया था. 2022 में विधानसभा चुनाव ओपी राजभर ने सपा के साथ मिलकर लड़ा था, लेकिन सपा मुखिया अखिलेश यादव और ओपी राजभर के बीच आई खटास के बाद उन्होंने गठबंधन से नाता तोड़ लिया था.
-भारत एक्सप्रेस
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