राज्यसभा
लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी महिला आरक्षण बिल (Women Reservation Bill) पारित हो गया है. बिल के पक्ष में 215 वोट पड़े जबकि किसी ने भी बिल के खिलाफ वोट नहीं डाला. सभापति जगदीप धनखड़ ने इसे ऐतिहासिक विजय बताया. इसके पहले, बुधवार को लोकसभा में भी यह बिल पारित हो गया था.
इस बिल को गुरुवार को राज्यसभा के पटल पर रखा गया था और देर रात तक चली चर्चा के बाद इस पर वोटिंग हुई. बिल के पक्ष में सर्वसम्मति बनी और 215 वोटों के साथ यह बिल राज्यसभा में भी पारित हो गया. इस बिल के विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा.
वहीं बिल पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि नारी शक्ति को एक विशेष सम्मान सिर्फ विधेयक पारित होने से मिल रहा है ऐसा नहीं है बल्कि इस विधेयक के प्रति देश के सभी राजनीतिक दलों की सकारात्मक सोच होना, ये हमारे देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा देने वाली है.
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पारित हुआ। बिल के पक्ष में 215 वोट पड़े जबकि किसी ने भी बिल के खिलाफ वोट नहीं डाला। pic.twitter.com/2QpyrUtB0F
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 21, 2023
जबकि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “मैं इस विधेयक के समर्थन में खड़ा हूं. मेरी पार्टी और INDIA पार्टियां पूरे दिल से इस विधेयक का समर्थन करती हैं.”
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महिला आरक्षण बिल पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच श्रेय लेने की होड़ लगी रही. सोनिया गांधी ने जहां इसे पूर्व पीएम राजीव गांधी का सपना बताया. वहीं बीजेपी के तमाम नेताओं ने 27 सालों से लटके इस बिल को सदन में लाने और उसे पारित कराने का श्रेय पीएम मोदी को दिया. बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने जो भी किया है अच्छे मकसद से किया है. किसी अन्य प्रधानमंत्री ने ऐसी चीजें नहीं कीं…ऐसा करना (बिल का विरोध करना) उनका (विपक्ष का) काम है, हमें इसकी चिंता नहीं है.”
-भारत एक्सप्रेस
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