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Ram Navami 2023: रामनवमी पर हुए जगह-जगह भंडारे, गूंजे राम नाम के जयकारे

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंदिरों से लेकर घरों में मनाई गई रामनवमी. मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी और राज्य सम्पत्ति विभाग के वीके सिंह हुए शामिल.

रामनवमी पर भंडारा प्रसाद वितरित करते मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी

Ram Navami 2023: रामनवमी के अवसर पर लखनऊ के घर-घर और मंदिर-मंदिर में भंडारे का आयोजन हुआ और भगवान राम की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई. इस मौके पर राजधानी लखनऊ के विभूति खंड में पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ द्वारा भंडारे का आयोजन कराया गया, जिसमें मुख्य रूप से अवनीश अवस्थी, मुख्यमंत्री के सलाहकार और वीके सिंह, राज्य सम्पति विभाग मौजूद रहे. इस मौके पर सैकड़ो लोगों ने भंडारा प्रसाद ग्रहण किया तो वहीं हनुमान सेतु मंदिर व पुराना हनुमान मंदिर अलीगंज में भी बड़ी संख्या में लोगों ने भंडारा प्रसाद ग्रहण किया.

भारतीय जनमानस में आज के दिन की खास आस्था

इस मौके पर पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने रामनवमी का महत्व बताते हुए लोगों को जानकारी दी और बताया कि, “चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में सूर्यवंश में कौशल्या की कोख से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म हुआ था. इसीलिए इस तिथि को राम नवमी के नाम से जाना जाता है. भारतीय जनमानस में यह दिन अत्यधिक पुण्य माना जाता है. महाकवि तुलसीदास ने भी इसी दिन से श्रीरामचरितमानस की रचना आरम्भ की थी.

 

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राम नवमी का संबंध भगवान विष्णु के अवतार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम से माना गया है. भगवान विष्णु ने अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना करने के लिये हर युग में अवतार धारण किया. इन्हीं में से एक अवतार उन्होंने भगवान श्रीराम के रुप में लिया था. जिस दिन भगवान श्री हरि ने राम के रूप में राजा दशरथ के यहां माता कौशल्या की कोख से जन्म लिया वह दिन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि का दिन था. यही कारण है कि इस तिथि को रामनवमी के रूप में हिंदू समाज के घर-घर में मनाया जाता है. त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्रीराम जी का जन्म हुआ था. इसलिए भारत सहित अन्य देशों में भी हिंदू धर्म को मानने वाले इस पर्व को बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं. इसी दिन चैत्र नवरात्र की पूर्णता का दिन भी माना गया है.

-भारत एक्सप्रेस

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