जालना मराठा प्रदर्शन
महाराष्ट्र में आरक्षण की मांग कर रहे मराठा प्रदर्शनकारियों पर हुई लाठीचार्ज के बाद माहौल और तनावपूर्ण हो गया है. जिसके चलते जालना में प्रतिबंध के आदेश जारी किए गए हैं. 4 सिंतबर सुबह से 6 बजे से लेकर 17 सिंतबर दोपहर 12 बजे तक ये प्रतिबंध लागू रहेगा. जिसका आदेश अपर जिलाधिकारी केशव नेटके ने जारी किया है.
जालना में लागू हुआ प्रतिबंध
प्रतिबंध लागू होने के बाद अब राजनीतिक दल प्रदर्शन, रैली, मार्च, सड़क जाम, भूख हड़ताल नहीं कर पाएंगे. इसके अलावा लाठियां, हथियार और पत्थरों को इकट्ठा करके भी नहीं रखा जा सकेगा. इसके साथ ही ऐसा कोई भी बयान जिससे किसी समुदाय, पंथ या फिर धर्म को लेकर भावनाओं को ठेस पहुंचे, उसपर पाबंदी रहेगी. जालना में प्रतिबंध लगने के बाद अब आगामी त्योहारों ( श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, गोपालकाला और पोला के अलावा मुक्ति संग्राम दिवस) के मौके पर जुलूस कार्यक्रमों पर रोक रहेगी.
पथराव में घायल हुए कई पुलिसकर्मी
मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज होने के बाद हालात बिगड़ गए हैं. जिसे देखते हुए शासन एहतियात के तौर पर जरूरी कदम उठा रहा है. वहीं लाठीचार्ज के दौरान हुए पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. घटना को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है.
कई संगठनों ने किया बंद का ऐलान
जालना में भड़की हिंसा का असर पूरे महाराष्ट्र में दिखाई दे रहा है. मंगलवार (5 सितंबर) को कई संगठनों ने बंद का ऐलान किया है, इसी बीच तलाथी भर्ती परीक्षा भी होनी है. जिसको लेकर परीक्षा आयोजित करने वाले संगठन ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
-भारत एक्सप्रेस
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