बदन सिंह बद्दो (फाइल फोटो-सोशल मीडिया)
Badan Singh Baddo: पुलिस की आंखों की किरकिरी बना पश्चिमी यूपी का मोस्ट वॉन्टेड बदन सिंह बद्दों पर इनाम का राशि दोगुनी कर दी गई है. अब उस पर पांच लाख रुपये का इनाम रखा गया है. जबकि अभी तकस पर उ ढाई लाख का इनाम था. 2019 में बद्दो पुलिस कस्टडी से फिल्मी स्टाइल में फरार हुआ था और अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार लगातार प्रदेश के माफियाओं, अपराधियों और भू माफियाओं पर कार्रवाई कर रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ के बीते 6 साल के कार्यकाल में बड़ी संख्या में अपराधियों को मुठभेढ़ में मार गिराया गया है. इसके साथ ही अपराधियों की अवैध सम्पत्ति या तो जब्त कर ली गई या फिर उन पर बुलडोजर चला दिया गया. इसी कड़ी में अब लंबे समय से फरार पश्चिमी यूपी के मोस्ट वॉन्टेड बदन सिंह बद्दो पर सरकार की नजर टेढ़ी हो गई है. बद्दो पर इनाम की राशि बढ़ाने के बाद से ही उसको गिरफ्त में लेने की कवायद भी तेज कर दी गई है.
डीजीपी मुख्यालय ने शासन को भेजा था प्रस्ताव
मालूम हो कि यूपी पुलिस की टॉप मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शामिल बदन सिंह बद्दो करीब चार साल से फरार है. यूपी सरकार के गृह विभाग ने बदन सिंह बद्दो पर इनाम की राशि ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी है. इससे पहले उसके पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद उस पर ढाई लाख का इनाम घोषित किया गया था, लेकिन हाल ही में डीजीपी मुख्यालय की ओर से बद्दो पर इनाम की राशि ढाई लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था. इसी पर विचार-विमर्श करने के बाद अब गृह विभाग ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. इस संबंध में राज्य के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने गुरुवार को शासनादेश भी जारी कर दिया है. इनाम की राशि बढ़ने से बदन सिंह बद्दो अब 5 लाख का इनामी अपराधी हो गया है. बद्दो मेरठ जिले के टीपी नगर थाना क्षेत्र स्थित बेरीपुरा गांव का रहने वाला है.
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2019 में मेरठ से पुलिस को इस तरह चकमा देकर हुआ था फरार
सूत्रों की मानें तो 28 मार्च 2019 को बदन सिंह बद्दो को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से गाजियाबाद में कोर्ट में पेशी के लिए ले जाते समय पुलिसकर्मियों को चकमा देकर वह फरार हो गया था. बताया जाता है कि एक ढाबे में खाना खाने के लिए रुकने के बाद उसने पुलिस वालों को बहाने से शराब पिला दी थी. इसी के बाद वह लग्जरी गाड़ियों से अपने गुर्गों के साथ फरार हो गया था. पुलिस कस्टडी से भागने की सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे. तब से लेकर अभी तक वह फरार है और पुलिस की आंख की किरकिरी बना हुआ है, क्य़ोंकि इस मामले में कई पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई भी की गई थी.
बेखौफ होकर सरेआम की थी वकील की हत्या
बता दें कि बद्दो ने बेखौफ होकर सरेआम वकील की हत्या की थी. 1996 में मेरठ के टीपी नगर इलाके में बद्दो ने दिल्ली के कुख्यात इनामी भोलू और अपने दर्जनों गुर्गों के साथ मिलकर एडवोकेट रवींद्र पाल सिंह की सरेआम हत्या कर दी थी. इसी मामले में उसे उम्र कैद की सजा सुनाई जा चुकी है. वह 2017 से ही यूपी की फर्रुखाबाद सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था. उसको सजा दिलाने के लिए रवींद्र पाल के भाई एडवोकेट देवेंद्र पाल ने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी थी, जिसके बाद बद्दो को उम्रकैद की सजा हुई थी. बता दें कि बद्दो के खिलाफ अपराध के 47 मुदकमें दर्ज हैं लेकिन यह यह पहला मामला था जिसमें उसको सजा हुई थी.
सोशल मीडिया पर दिखाई दिया एक्टिव
सूत्रों की मानें तो पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद मोस्ट वांटेड बद्दो पर ढाई लाख का इनाम घोषित किया गया था. इसी के साथ उसको पकड़ने के लिए पुलिस टीम से लेकर यूपी एसटीएफ तक ने तमाम प्रयास किए थे लेकिन वह किसी के हाथ नहीं लगा. इसी बीच पुलिस को कई बार ये भी जानकारी मिली थी कि वह विदेश भागने की भी फिराक में था. तो वहीं फरार होने के बाद किसी फिल्मी हीरों की तरह स्मार्ट दिखने वाला गैंगस्टर बद्दो को कई बार सोशल मीडिया पर एक्टिव देखा गया, लेकिन पुलिस उस तक नहीं पहुंच सकी. फिलहाल इनाम राशि बढ़ने के बाद अब यूपी पुलिस इस मामले में सक्रिय हो गई है और जल्द ही उसे गिरफ्तार करने का प्रयास करने की दिशा में जुट गई है. ये भी जानकारी सामने आ रही है कि, सोशल मीडिया में डाली गई पोस्ट के जरिए ही उसकी लोकेशन का अंदाजा पुलिस ने पेरिस लगाया था. छानबीन में लगी पुलिस टीम ने बताया कि बद्दो पोस्ट के लिए डार्कवेब का इस्तेमाल कर रहा है. इसी के जरिए लोकेशन बदल कर पोस्ट की जा रही है. इसी वजह से पुलिस को उसकी सही लोकेशन नहीं मिल रही है.
ये भी जानकारी सामने आई है कि उसका बेटा सिकंदर भी फरार है. इसके ऊपर भी 25 हजार का इनाम रखा गया है. जानकारी सामने आ रही है कि बद्दो लगातार इंस्टाग्राम पर एक्टिव है और पोस्ट शेयर कर रहा है. पिछले दो साल में वह फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कई पोस्ट कर चुका है. फिलहाल उसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
-भारत एक्सप्रेस