विदेश मंत्री एस. जयशंकर (फोटो फाइल)
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ रिश्ते को सामान्य बनाने के बारे में बयान दिया है. उन्होंने का कि, भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्ते कैसे सामान्य होंगे, ये जिम्मेदारी पाकिस्तान की है. उसे पता है कि ये कैसे करना है. विदेश मंत्री ने इस दौरान पाकिस्तान से चेतावनी भरे लहजे में कहा भारत सीमा पार से होने वाली आतंकी गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. विदेश मंत्री ने साफतौर पर कहा कि, आतंकवाद को दरकिनार कर नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी के तहत इस्लामाबाद से रिश्ते नहीं सुधार सकते.
विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा कि, अगर पाकिस्तान भारत के साथ रिश्ते सुधारना चाहता है उसे पता क्या करना है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि आतंकवाद को किनारे रखकर हम पाकिस्तान के साथ संबंधों को आगे बढ़ाएंगे ये मोदी सरकार की पॉलिसी नहीं है.
इस दौरान विदेश मंत्री ने जम्मू-कश्मीर से हटाए गए अनुच्छेद 370 को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि बहुत पहले से मांग की जा रही थी कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 को हटाया जाए. साथ ही इसे हटाना देश की सुरक्षा के लिए भी काफी अहम था. इसलिए साल 2019 में जो किया गया वो देश के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित कदम था.
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विदेश मंत्री ने आगे कहा कि हमें जम्मू-कश्मीर के लोगों को समझमे में काफी वक्त लगा. हमारी समस्याएं ये थी कि बहुत सारी झूठी कहानियां फैलाई गईं थीं. जिससे उनके बारे में भी कश्मीरियों को समझाना पड़ा. विदेश मंत्री ने कहा, मुझे ऐसा कोई भी कारण यहां नगीं दिखाई देता है जिससे कश्मीर को न केवल विकास बल्कि वैश्वीकरण के उन फायदों से दूर किया जाना चाहिए जो बाकी भारत को मिल रहा है. मुझे लगता है कि ये कश्मीर के लोगों का अधिकार है, जो उन्हें मिलना चाहिए.
-भारत एक्सप्रेस
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