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BJP से हाथ मिलाते ही सपा ने राजभर पर साधा निशाना, शेयर किया सीएम योगी पर SBSP प्रमुख की विवादित बयानबाजी का VIDEO

UP Politics: राजभर की पार्टी ने वर्ष 2017 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था. सरकार बनने पर राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने गठबंधन से नाता तोड़ लिया था.

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ओपी राजभर व सीएम योगी आदित्यनाथ

SBSP Joins NDA: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा (SBSP) एनडीए में शामिल हो गई है. विपक्षी एकता की कोशिशों को झटका देते हुए ओपी राजभर ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद एनडीए में शामिल होने और पीएम मोदी के विजन के साथ आगे बढ़ने की बात की. साथ ही उन्होंने कहा कि अब दोनों दलों के साथ आ जाने के बाद यूपी में कोई लड़ाई नहीं रह गई है. वहीं ओपी राजभर के एनडीए में शामिल होने के ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी ने उनके पुराने बयान का एक वीडियो शेयर किया और उन पर निशाना साधा है.

समाजवादी पार्टी मीडिया सेल की तरफ से शेयर किए गए वीडियो में ओपी राजभर कहते हैं, “योगी आदित्यनाथ को वहां पहुंचाऊंगा जहां भीख मांगने की ट्रेनिंग दी जाती है.” सीएम योगी को लेकर राजभर द्वारा की गई विवादित बयानबाजी का वीडियो शेयर करते हुए सपा मीडिया सेल ने तंज कसते हुए कहा, ” दिल्ली के इशारे पर पूरी टीम तैयार हो चुकी है. पाठक+केशव+ओमप्रकाश+संजय निषाद और अनुप्रिया पटेल… लोकसभा के बाद ये टीम क्या करेगी?”

बीजेपी पर हमलावर रहे हैं राजभर

ओपी राजभर भाजपा से अलग होने के बाद अपने पूर्व सहयोगी दल पर तीखे हमले करते रहे. उन्होंने कई बार सीएम योगी व अन्य बीजेपी नेताओं पर जमकर जुबानी हमला बोला. बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की बैठक के संदर्भ में भी हाल ही में उन्होंने कहा था कि अगर सपा-बसपा-कांग्रेस और आरएलडी साथ आ जाते हैं तो वे भी बीजेपी के खिलाफ इस लड़ाई में साथ हो जाएंगे. हालांकि इस बयान के कुछ दिनों बाद ही उनकी दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात हुई और एनडीए में शामिल होने पर सहमति बनी.

ये भी पढ़ें: भाजपा में शामिल होते ही बदले ओपी राजभर के सुर, बोले- अब यूपी में कोई लड़ाई नहीं

राजभर की पार्टी ने वर्ष 2017 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था. सरकार बनने पर राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने गठबंधन से नाता तोड़ लिया था. इसके बाद वे लगातार बीजेपी पर हमलावर थे. वहीं 2022 विधानसभा चुनाव में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के बाद वे इस गठबंधन से अलग हो गए थे. इसके बाद से वे कई मर्तबा बीजेपी नेताओं के साथ देखे गए, जिसको लेकर कयासों का दौर जारी रहा.

-भारत एक्सप्रेस

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