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कबीर की धरती पर अंगारों पर क्यों चले दुसाध जाति के लोग?

संतकबीरनगर का यह पूरा मामला दुसाध समाज को अनुसूचित जाति की श्रेणी में घोषित कराने से जुड़ा हुआ है.

Sant kabir nagar

दुसाध समाज का प्रदर्शन

Santkabeer Nagar: एक ओर जहां भारत चांद तक पहुंच गया है और स्पेस साइंस में विश्व में अग्रणी भूमिका निभा रहा है. वहीं दूसरी तरफ भारत के ही कुछ हिस्से में लोग खुद को पिछड़ा और कमजोर बताने के लिए संघर्ष करते नज़र आते हैं.

भारत के विभिन्न राज्यों में कई जाति समूहों द्वारा खुद को कमजोर बताते हुए समय-समय पर आरक्षण की मांग करते हुए देखा गया है. कुछ ऐसा ही वाकया उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले में देखने को मिला है जहां पिछले 12 -13 दिनों से अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर दुसाध समाज के सैकड़ों लोग अनिश्चित कालीन धरने पर हैं.

जब दुसाध जाति के धरनारत लोगों को लगा की स्थानीय प्रशासन और सरकार पर प्रेशर नहीं बन पा रहा है तो इससे नाराज दुसाध समाज के सैकड़ों लोगों ने जलते अंगारों और तलवार की धार पर चलकर जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी है. वहीं, इन्होंने जिला प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए पूजा पाठ करके खुद को अनुसूचित जाति होने का प्रमाण भी दे रहे हैं.

दरअसल संतकबीरनगर का यह पूरा मामला दुसाध समाज को अनुसूचित जाति की श्रेणी में घोषित कराने से जुड़ा हुआ है. आपको बताते दें कि दुसाध समाज के सैकड़ों महिला और पुरुष डीएम कार्यालय के पीछे धरना स्थल पर पिछले 12 -13 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर है. धरनारत लोगों का आरोप है कि शासन स्तर से दुसाध समाज को अनुसूचित जाति की श्रेणी में घोषित होने का निर्देश जारी कर दिया गया है लेकिन संतकबीरनगर जिला प्रशासन दुसाध समाज का न रिपोर्ट लगा रहा है और न ही अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी कर रहा है. इससे ही नाराज होकर दुसाध समाज के सैकड़ों लोग अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हैं लेकिन इस धरने का जिला प्रशासन पर कोई फर्क नहीं पड़ा तो दुसाध समाज के लोगों ने धरने के 13 वें दिन प्रशासन से नाराज होकर उनकी बुद्धि शुद्धि के लिए अपने इष्ट देवता राह बाबा की पूजा की और जलते हुए अंगारों पर चलकर खुद को अनुसूचित जाति का होने की बात कही.

इसके बाद दुसाध समाज के लोग तलवार की धार पर खड़े होकरअपने पूजा के तरीकों से खतरनाक करतब भी दिखाना चाहते थे लेकिन इसकी भनक जिला प्रशासन को लगते ही सदर एसडीएम शैलेश दुबे और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और जिला प्रशासन तथा पुलिस वालों ने उन्हें तलवार पर खड़े होने से रोक लिया. फिलहाल, दुसाध समाज के लोगों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो उनका आंदोलन और भी आगे तक जाएगा.

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