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Chandrayaan Mission-3: लॉन्चिंग से पहले चंद्रयान-3 का मॉडल लेकर तिरुपति मंदिर पहुंचे वैज्ञानिक, पूजा-अर्चना कर की प्रार्थना

लॉन्चिंग से पहले वैज्ञानिकों की एक टीम चंद्रयान-3 के मॉडल को लेकर पूजा-अर्चना के लिए तिरुपति वेंकटचलपति मंदिर पहुंची.

चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग की तैयारी (फोटो ट्विटर)

इसरो 14 जुलाई को चंद्रयान-3 को लॉन्च करने की पूरी तैयारी कर चुका है. लॉन्चिंग से पहले वैज्ञानिकों की एक टीम चंद्रयान-3 के मॉडल को लेकर पूजा-अर्चना के लिए तिरुपति वेंकटचलपति मंदिर पहुंची. जहां पर टीम के सभी वैज्ञानिकों ने भगवान तिरुपति की पूजा-अर्चना की और सफल लॉन्चिंग के लिए प्रार्थना की. इससे पहले 2019 में चंद्रयान-2 मिशन असफल हो गया था. चांद पर लैंडिंग के समय क्रैश हो गया था.

वैज्ञानिकों की टीम ने की पूजा-अर्चना

मंदिर में पूजा करने के बाद वैज्ञानिकों की टीम ने मॉडल को दिखाते हुए कहा कि ये चंद्रयान-3 है. जिसे शुक्रवार को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा. लॉन्चिंग 2:35 बजे होगी. इससे पहले वैज्ञानिकों ने बीते मंगलवार को चंद्रयान के सफलतापूर्वक चंद्रमा पर उतरने का रिहर्सल भी किया था. इसरो ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी थी कि लॉन्चिंग की तैयारी पूरी कर ली गई है. डमी रूप में 24 घंटे का पूर्वाभ्यास सफल रहा है.

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चंद्रमा पर सुरक्षित लैंड कराने पर वैज्ञानिकों का पूरा फोकस

भारतीय अनुसंधान संगठन चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर सुरक्षित लैंड कराने पर कर रहा है. इससे पहले दो मिशन असफल रहे थे, क्योंकि चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 चंद्रमा की सतह पर उतरने में फेल हो गए थे. इसरो से जुड़े वैज्ञानिकों ने बताया कि चंद्रयान-3 मिशन चंद्रयान-2 का अगला फेज है. ये चंद्रमा की सतह पर उतरेगा और परीक्षण करेगा. इसमें एक प्रणोदन मॉड्यूल, एक लैंडर और एक रोवर होगा. चंद्रयान-3 का फोकस चांद की सतह पर सुरक्षित तरीके से उतरने का है. मिशन की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए नए उपकरणों को बनाया गया है. इसके अलावा एल्गोरिदम को काफी बेहतर बनाया गया है, पिछला मिशन इसलिए फेल हो गया था, क्योंकि सुरक्षित लैंडिंग नहीं हो पाई थी. चंद्रयान-3 14 जुलाई को उड़ान भरेगा, सब ठीक रहा तो 23 या फिर 24 अगस्त को चंद्रमा पर उतरेगा.

-भारत एक्सप्रेस

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