Bharat Express

isro

जीसैट 20, भारत के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है, क्योंकि यह न केवल उन्नत संचार तकनीक से लैस है, बल्कि यह दूर-दराज के इलाकों और विमानों में भी इंटरनेट की सुविधा मुहैया कराएगा.

केंद्र सरकार इसरो को चंद्रयान-4 मिशन के लिए फंड मुहैया करायेगी. इसे 2027 में लॉन्च किया जाएगा. उसके बाद भारत अंतरिक्ष में अपना यात्री भी भेजेगा. चंद्रयान-4 चंद्रमा के नमूने जुटाएगा, और सुरक्षित पृथ्वी पर वापसी करेगा.

आगामी चंद्रयान-4 मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह से चट्टानों और मिट्टी को इकट्ठा करना और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है.

केरल में जन्में राधाकृष्णन ने अपनी आत्मकथा में बताया कि कैसे मानसिक दबाव की स्थिति में उन्हें शास्त्रीय गायन ने सहारा दिया.

आज भारत अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मना रहा है. 23 अगस्त 2023 को भारत चंद्रयान 3 मिशन के जरिए चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बना और चांद के दक्षिण ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला.

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने देश के सबसे छोटे रॉकेट SSLV-D3 से अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट-8 (EOS-08) को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया. एक साल का यह मिशन पर्यावरण और आपदा से जुड़े अलर्ट देगा.

SSLV-D3 Launch: इसरो आज सुबह 9 बजकर 19 मिनट पर श्री हरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से नया रॉकेट एसएसएसवी डी-3 ( SSLV-D3) को लॉन्च करने जा रहा है.

सरकार इस क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए 60 हजार करोड़ रुपए का वार्षिक बजट आवंटित कर रही है."

जब विक्रम साराभाई ने दुनिया को अलविदा कहा. उनसे बात करने वाले आखिरी शख्स डॉ. अब्दुल कलाम ही थे. मौत से एक घंटे पहले उन्होंने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से टेलीफोन पर बातचीत की थी.

शोध के अनुसार, चंद्रमा और पृथ्वी के बीच बढ़ रही दूरी की इस खोज में कई दिलचस्प जानकारियां निकल सकती हैं.