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गोपी थोटाकुरा पहले भारतीय अंतरिक्ष पर्यटक और 1984 में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे.

Mission Gaganyan: ‘गगनयान मिशन’ के तहत अंतरिक्ष यात्रियों के साथ भारत की पहली अंतरिक्ष उड़ान के लिए ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला को चुना गया है. ये भारतीय वायुसेना के अधिकारी हैं.

भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है। मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के बाद ISRO ने सूर्य मिशन आदित्य L1 की सफल लॉन्चिंग की थी। इसके बाद से देशवासियों को मिशन गगनयान का इंतजार था, क्योंकि वर्ष 2018 में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान की घोषणा की थी।

पीएम मोदी ने कहा "DMK एक ऐसी पार्टी है जो काम तो करती नहीं लेकिन झूठा क्रेडिट लेने के लिए आगे रहती है. ये कौन नहीं जानता कि ये लोग हमारी स्कीम पर अपने स्टीकर चिपका देते हैं."

भारत के इस खास उपग्रह का वजन 2,274 किलोग्राम है. यह उपग्रह मौसम से जुड़े सटीक अपडेट्स दिलाएगा. मौसम के साथ-साथ इससे आपदाओं के बारे में भी अलर्ट मिलेगा. ये इमरजेंसी सिग्नल सिस्टम की जानकारी देगा.

ISRO Launch INSAT-3DS: भारत में लगातार बदल रहे मौसम के मिजाज की सटीक जानकारी के लिए अब इसरो बेदर सैटेलाइट को लॉन्च करने जा रहा है.

Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से ठीक पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा स्वदेशी सैटेलाइट का उपयोग करके अंतरिक्ष से भव्य राम मंदिर की पहली झलक दिखाई गई है.

Aditya L-1 ने 15 लाख किलोमीटर की यात्रा पूरी करके अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है, जिसके लिए पीएम मोदी ने खुशी जताई है.

Aditya L-1: पीएम मोदी ने कहा कि- भारत ने एक और शानदार उपलब्धि हासिल की है. भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल 1 अपने गंतव्य पर पहुंच गई है.

सूर्य का विस्तृत अध्ययन करने के लिए उपग्रह में सात अलग-अलग पेलोड हैं, जिनमें से चार सूर्य से प्रकाश का निरीक्षण करेंगे और अन्य तीन प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के इन-सीटू मापदंडों को मापेंगे.