लालू प्रसाद यादव और शरद यादव
Sharad Yadav Passed Away: जदयू के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का निधन हो गया. उन्होंने गुरुग्राम के फोर्टिंस अस्पताल में 75 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. बिहार में समाजवाद के प्रखर नेता माने जाने वाले शरद यादव के निधन पर तमाम दलों के लोगों नें शोक व्यक्त किया है.
बिहार में उनकी राजनीतिक विचारधारा के विरोधी समझे जाने वाले तमाम दिग्गजों नें भी शरद यादव के निधन पर अपनी संवेदनाएं जताई हैं. वहीं राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू यादव ने भी उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए सिंगापुर से एक वीडियो संदेश जारी किया है. सिंगापुर से जारी इस वीडियो मैसेज में लालू यादव ने कहा है कि हम एक-दूसरे से लड़े, लेकिन हमारी असहमति ने कभी भी कड़वाहट पैदा नहीं की.
लालू ने याद किया पुराने जुड़ाव को
शरद यादव को बड़े भाई के रूप में संदर्भित करते हुए लालू प्रसाद यादव ने शरद यादव के साथ अपने पुराने जुड़ाव को याद किया. लालू यादव ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ लड़ाई के बाद जद (यू) से मजबूरी में अलग होकर शरद यादव ने लोकतांत्रिक जनता दल बनाया था.
पार्टी बनाने के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें राजद का टिकट दिया गया था और उनकी बेटी सुभाषिनी यादव को एक साल बाद पार्टी ने विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारा था. 2022 में शरद यादव ने अपनी पार्टी का विलय आरजेडी में कर लिया था.
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नीतीश कुमार ने शरद यादव के निधन पर जताया दुख
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी शरद यादव के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव जी का निधन दुःखद है. शरद जी से मेरा संबंध बहुत गहरा था. उनके निधन की खबर से मैं स्तब्ध और मर्माहत हूं. वह एक प्रखर समाजवादी नेता थे. उनके निधन से सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.” शरद यादव के पार्थिव शरीर को मध्य प्रदेश में उनके पैतृक गांव लेकर जाया जाएगा. वहीं उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस