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Lalu Prasad Yadav

इस मामले में लालू प्रसाद यादव सहित उनके परिवार के पांच सदस्य आरोपी है. इसमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती और हेमा यादव शामिल है.

तेज प्रताप यादव अपने बेबाक बयानों और चर्चित व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं. तेजप्रताप यादव अपने बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं, और हाल ही में उनका एक नया बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

लैंड फॉर जॉब के मामले की सुनवाई के दौरान सीबीआई ने राऊज एवेन्यू कोर्ट को बताया कि वह पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से जुड़े नौकरी के बदले जमीन घोटाले से संबंधित मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए प्राधिकारियों से अपेक्षित मंजूरी का इंतजार कर रही है.

डिप्टी सीएम ने कहा, लालू प्रसाद यादव का मतलब ही गुंडागर्दी, अपराधीकरण और दूसरे का क्रेडिट लेना है. उनका परिवार कभी यह नहीं कहता है कि हमने 15 वर्षों में क्या किया?

प्रशांत किशोर ने रामगढ़ की जनता को कहा कि आपका भाजपा को दिया गया हर वोट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ताकत बढ़ाएगा. नीतीश कुमार जिन्होंने जमीन का सर्वे करवाया और घर-घर में विवाद करवाए.

ईडी जांच से यह भी पता चला है कि लालू प्रसाद यादव नौकरी के बदले जमीन खुद तय करते थे. इसमें उनके परिवार के सदस्य और करीबी अमित कत्याल साथ दे रहे थे.

श्याम रजक 2010-15 और 2019-20 तक मंत्री रहे थे. 2009 में उन्होंने आरजेडी का साथ छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गए थे. फिर अगस्त 2020 में उद्योग मंत्री रहते हुए रजक आरजेडी में दोबारा शामिल हुए थे.

Land For job Case: सीबीआई द्वारा दाखिल पूरक आरोप पत्र में कहा गया है कि भोला यादव लालू प्रसाद यादव के सचिव रह चुके हैं और वही सभी काम देखते थे.

रेलवे में जमीन के बदले नौकरी का यह मामला उस समय का है, जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. आरोप है कि लोगों की जमीन को औने-पौने दाम में अपने नाम लिखवाकर रेलवे में नौकरी दी गई.

सीबीआई ने 6 मार्च को इस मामले में तीसरी Complementry चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें भोला यादव को आरोपी बनाया गया है.