अखिलेश यादव के साथ अवधेश प्रसाद (फोटो सोशल मीडिया)
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव लगातार उम्मीदवारों के नाम घोषित कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश में 11 और सीटों के लिए उन्होंने नाम घोषित कर दिए हैं तो इससे पहले 30 जनवरी को पहली लिस्ट जारी करते हुए उन्होंने 16 उम्मीदवारों की घोषणा की थी. इस तरह से यूपी की 80 लोकसभा सीट पर सपा ने अब तक कुल 27 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. तो वहीं सपा ने अयोध्या सीट पर अवधेश प्रसाद को उम्मीदवार बनाकर भाजपा को कड़ी टक्कर देने की कोशिश की है. इसी के साथ ही सपा नेता ने सवाल भी दागा है कि “क्या दलित समाज के व्यक्ति को टिकट देगी भाजपा?”
बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) में अवधेश प्रसाद की गिनती बड़े नेताओं में होती है और वह दलित समाज से आते हैं. वह 9 बार विधायक रहने के साथ ही सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. तो वहीं सपा नेता आईपी सिंह ने अवधेश प्रसाद को लेकर कहा है कि “अयोध्या से समाजवादी पार्टी ने सबसे खास व्यक्ति को टिकट दिया है. अवधेश प्रसाद दलित समाज से हैं और 9 बार के विधायक और कैबिनेट रहे हैं.” इसी के साथ ही आईपी सिंह ने ये भी बताया कि उनके लिए खास बात यह है कि जब आप अयोध्या में मौजूद रहते हैं तो बारहों महीने सरयू नदी में स्नान करते हैं. इसके अलावा सपा नेता ने भाजपा को खुली चुनौती देते हुए सवाल दागा है कि अयोध्या सामान्य वर्ग सीट है. क्या भाजपा हिम्मत दिखा पायेगी किसी दलित समाज के व्यक्ति को टिकट देने का? जबकि सपा द्वारा इस बार घोषित 11 उम्मीदवारों में से चार पिछड़े समुदाय से हैं. तो इसी के साथ ही पांच उम्मीदवार अनुसूचित जाति से हैं तो वहीं वीरेंद्र सिंह क्षत्रिय हैं और अफजाल अंसारी मुस्लिम समाज से हैं.
सपा ने अपनाया पीडीए का फार्मूला
आईपी सिंह ने आगे कहा कि सपा ने इससे पहले 30 जनवरी को यूपी की लोकसभा सीटों के लिए 16 उम्मीदवारों की घोषणा की थी. अगर पहली सूची देखी जाए तो 16 उम्मीदवारों में से 11 पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवा हैं तो वहीं एक मुस्लिम, एक दलित, एक ठाकुर, एक टंडन और एक खत्री को सपा ने मौका दिया है. तो वहीं 11 ओबीसी उम्मीदवारों में से चार कुर्मी, तीन यादव, दो शाक्य, एक निषाद और एक पाल समुदाय के उम्मीदवार को भी सपा ने चुनावी मैदान में उतारा है. इसी के साथ ही आईपी सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव ने घोषित किए गए उम्मीदवारों के जरिए अपने पीडीए के फॉर्मूले को पूरी तरह से लागू किया है. माना जा रहा है कि, सपा ने अपने उम्मीदवारों के जरिए भाजपा को चुनौती तो दी ही है साथ ही प्रेशर पॉलिटिक्स का दांव भी चल दिया है.
-भारत एक्सप्रेस