एसएसएसवी डी-3.
SSLV-D3 Launch Today: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो आज सुबह 9 बजकर 19 मिनट पर श्री हरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से नया रॉकेट एसएसएसवी डी-3 ( SSLV-D3) को लॉन्च करने जा रहा है. इस रॉकेट को लॉन्च करने के साथ ही ईओएस-08 (EOS-08) मिशन के तौर पर नया अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट भी लॉन्च किया जाएगा. यह सैटेलाइट आपदाओं की जानकारी देगा. बता दें कि यह एसएसएसवी की अंतिम प्रदर्शन उड़ान होगी. इस बारे में इसरो ने बताया कि एसएसएसवी डी-3 ईओएस के प्रक्षेपण से पहले देर रात 2 बजकर 47 मिनट से काउंटडाउन शुरू हो गया है. इस सैटेलाइट का जीवनकाल एक साल सुनिश्चित किया गया है.
एसएसएसवी डी-3 की खासियत क्या है?
इसरो के मुताबिक, एसएसएसवी डी-3 रॉकेट मिनी, माइक्रो या नैनो उपग्रहों को 500 किलोमीटर की कक्षा में लॉन्च करने में पूरी तरह से सक्षम है. उड़ान भरने के 13 मिनट बाद रॉकेट ईओएस-8 को उसकी कक्षा में पहुंचाएगा, साथ ही तकरीबन 3 मिनट के बाद एसआर-0 अगल हो जाएगा. दोनों ही उपग्रह 475 किलोमीटर की उंचाई पर रॉकेट से अगल हो जाएंगे. इसरो ने कहा कि ईओएस-08 मिशन के प्राइमरी उद्देश्यों में माइक्रो सेटेलाइट को डिजाइन और विकसित करना शामिल है.
SSLV-D3/EOS-08 Mission
The launch of the third developmental flight of
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📆August 16, 2024, from
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इसके अलावा इस सैटेलाइट की सफलता से भारत धरती की धड़कन को भी सुन सकेगा. साथ ही प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी समय रहते मिल जाएगी. इस सैटेलाइट से भूकंप, सुनामी या अन्य किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी हासिल हो सकेगी. इतना ही नहीं, एसएसएसवी डी-3 सैटेलाइट का द्रव्यमान तकरीबन 175.5 किलोग्राम है, साथ ही यह 420 वाट बिजली उत्पन्न करने में सक्षम है.
-भारत एक्सप्रेस
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