डीपीआरओ अभिषेक शुक्ला
-आशुतोष मिश्रा
Sultanpur: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है. परत दर परत मामला खुलने से विकास विभाग में हड़कंप मच गया है. ताजा मामले में कुड़वार ब्लॉक के ग्राम पंचायत प्रतापपुर प्रथम में प्रधान व सेक्रेटरी पर 3.85 लाख रुपए शासकीय धन निकालने का आरोप लगा है. आरोपी के खिलाफ जिला पंचायत राज अधिकारी (DPRO) ने खंड विकास अधिकारी को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है.
मामला ब्लॉक कुड़वार अंर्तगत प्रतापपुर प्रथम से सामने आया है. डीपीआरओ अभिषेक शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्लॉक कुड़वार अंर्तगत प्रतापपुर प्रथम में पंचायत भवन का कार्य पूरा किए बिना ही प्रधान व सेक्रेटरी ने 3.85 लाख रुपए का फर्जी ढंग से निकासी कर लिया. 3 जून को वहां का स्थलीय निरीक्षण खंड विकास अधिकारी कुड़वार ने ग्राम सचिव के साथ किया था, जिसमें पंचायत भवन में खिड़की-दरवाजे का पल्ला लगा ही नहीं था. भवन की रंगाई-पुताई तक नहीं कराई गई थी. बावजूद इन कमियों के प्रधान व सेक्रेटरी ने 7.98 लाख रुपए एकाउंट से निकाल लिए.
ऐसे हुआ भ्रष्टाचार का भंडाफोर
डीपीआरओ ने बताया कि पूर्व में 3.85 लाख का कार्य कराया जाना भी बाकी है और ये धन भी निकाल लिया गया है. उन्होंने बताया कि खंड विकास अधिकारी ने पंचायत भवन की नाप जोख कराया तो 5.53 लाख का ही काम पूर्ण पाया गया. तत्कालीन सेक्रेटरी राम सुंदर गुप्ता और प्रधान ने भवन के लिए मनरेगा का 28944 और आरजीएसए मद में आए 09.9 लाख रुपए का भुगतान किया गया है, लेकिन तत्कालीन सेक्रेटरी व प्रधान ने बिना कार्य कराए हुए 3.85लाख रुपए अधिक भुगतान कराया दिखा दिया है, जो वित्तीय अनीमियतता की श्रेणी में आता है. ऐसे में मेरे द्वारा खंड विकास अधिकारी कुड़वार को तत्कालीन सेक्रेटरी व प्रधान पर मुकदमा दर्ज कराकर आख्या मांगी गई है. वहीं डीपीआरओ अभिषेक शुक्ला ने बताया कि शासन की योजनाओं में अनीमियतता व भ्रष्टाचार करने पर कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस